जम्मू-कश्मीर: डल झील के अंदर शिकारे से बांटी जाएगी डाक और पार्सल, रविवार को योजना का होगा अनावरण

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: October 8, 2022 16:25 IST2022-10-08T16:25:06+5:302022-10-08T16:25:06+5:30

डल झील के भीतर ही शिकारों के माध्यम से पार्सल और डाक बांटे जाने की योजना से भी यह चर्चा में है। इसका शुभारंभ कल यानि रविवार को किया जाएगा।

Jammu and Kashmir: Posts and parcels will be distributed from Shikara inside Dal Lake, plan will be unveiled on Sunday | जम्मू-कश्मीर: डल झील के अंदर शिकारे से बांटी जाएगी डाक और पार्सल, रविवार को योजना का होगा अनावरण

जम्मू-कश्मीर: डल झील के अंदर शिकारे से बांटी जाएगी डाक और पार्सल, रविवार को योजना का होगा अनावरण

Highlightsयह देश में अपनी तरह की पहली शिकारा डाक और पार्सल सेवा होगी कश्मीर की प्रसिद्ध डल झील में एक तैरता हुआ पोस्ट आफिस सदियों से कार्यरत हैयह पूरी दुनिया में एकमात्र तैरता हुआ डाक घर है

जम्मू: डल झील में लंदन आई की तरह व्हील लगाने की खबरों से ही सिर्फ डल झील सुर्खियों में नहीं है बल्कि डल झील के भीतर ही शिकारों के माध्यम से पार्सल और डाक बांटे जाने की योजना से भी यह चर्चा में है। इसका शुभारंभ कल यानि रविवार को किया जाएगा। जबकि कश्मीर की प्रसिद्ध डल झील में एक तैरता हुआ पोस्ट आफिस सदियों से कार्यरत है।

यह देश में अपनी तरह की पहली शिकारा डाक और पार्सल सेवा होगी जो रविवार को शुरु होने जा रही है। डल झील के निवासियों द्वारा परम्परागत रूप से इस्तेमाल की जाने वाले नौका जिसमें वह सैलानियों को भी सैर कराते हैं, को शिकारा कहा जाता है।

डल झील में स्थित हाउसबोट में ठहरने वाले पर्यटक और स्थानीय लोगों को कश्मीर से बाहर किसी सामान को भेजने के लिए अब झील से बाहर आने की जरुरत नहीं रहेगी। शिकारा चलाते हुए डाकिया खुद उनके पास पहुंचेगा और उनका पार्सल लेकर उसे उसके गंतव्य तक पहुंचाने का प्रबंध करेगा।

शिकारा डाक एवं पार्सल सेवा को जम्मू कश्मीर परिमंडल के चीफ पोस्टमास्टर जनरल नीरज कुमार जनता को समर्पित करेंगे। डाक विभाग श्रीनगर के प्रवक्ता ने बताया कि शिकारा डाक एवं पार्सल सेवा डल झील में स्थित व्यापारियों, हाउसबोट मालिकों और डल झील में हाउसबोट में ठहरने वाले पर्यटकों को ध्यान में रखते हुए शुरु की जा रही है।

उन्होंने बताया कि शुरु में एक ही शिकारा इस काम में इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद अगर इस सेवा को लेकर लोगों का रूझान बढ़ता है तो और ज्यादा शिकारों और डाकियों की संख्या बढ़ाई जाएगी। उन्होंने कहा कि पहले भी झील मे हमारी एक शिकारा सेवा है, लेकिन वह सिर्फ पत्र और पार्सल बांटने तक सीमित है, पहली बार पत्र और पार्सल प्राप्त करने के लिए शिकारा सेवा शुरु की जा रही है।

और आपने तैरते हुए बगीचों और हाउसबोट्स के बारे में तो सुना होगा, लेकिन कश्मीर की प्रसिद्ध डल झील में एक तैरता हुआ पोस्ट आफिस भी है, जो आपको हैरान कर देगा। यह पूरी दुनिया में एकमात्र तैरता हुआ डाक घर है।

दो सदियों पुराना तैरता हुआ डाक घर ब्रिटिश काल में शुरू हुआ था, लेकिन अभी भी यहां के लोगों के बीच इसकी पहचान कायम है। लोग अभी भी इसके जरिए चिट्ठियां भेजते हैं और इस डाक घर से चिट्ठियां पहुंचाने का काम डाकिया ही करता है। सबसे खास ये है कि इसके लिए डाकिया शिकारे की यात्रा कर चिट्ठियों को पहुंचाता है।

डल झील पर तैरते हुए इस डाकघर में वो सभी सेवाएं उपलब्ध हैं, जो एक डाक घर में होती हैं। वहीं इसकी पहचान ये है कि यहां चिट्ठियों के लिफाफे पर शिकारे और नाव चालक वाली एक विशेष मुहर का इस्तेमाल किया जाता है।

Web Title: Jammu and Kashmir: Posts and parcels will be distributed from Shikara inside Dal Lake, plan will be unveiled on Sunday

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