जम्मूः कुपवाड़ा जिले के के हंदवाड़ा इलाके में देर रात सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच जारी मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा का टाप कमांडर नसीरुद्दीन समेत दो आतंकियों को मार गिराया गया।
दूसरा आतंकी पाकिस्तानी निवासी बताया जा रहा है। इसके अलावा गत बुधवार शाम को ही शोपियां के चित्रीगाम इलाके में भी मुठभेड़ हुई जिसमें सुरक्षाबलों ने जैश-ए-मोहम्मद का एक आतंकी मार गिराया। हालांकि उनके एक से दो साथी मुठभेड़ स्थल से फरार होने में सफल रहे।
सुरक्षाबलों ने उनकी तलाश में आज वीरवार को दूसरे दिन भी सर्च आप्रेशन जारी रखा हुआ है। अधिकारियों के बकौल, पिछले 4 दिनों में जो 6 आतंकी मारे गए हैं उनमें से 4 टाप 10 की लिस्ट में थे। अर्थात वे दुर्दांत आतंकी थे जिन पर भारी इनाम था।
सीआरपीएफ के तीन जवानों की हत्या में भी शामिल था
आइजीपी कश्मीर विजय कुमार ने ट्वीट के जरिए लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर नसीरुद्दीन लोन के मारे जाने की पुष्टि करते हुए कहा कि वह गत 18 अप्रैल को सोपोर में सीआरपीएफ के तीन जवानों की हत्या में भी शामिल था। यही नहीं इसके बाद 4 मई को हंदवाड़ा में जो तीन सीआरपीएफ कर्मी शहीद हुए थे, उनकी हत्या के पीछे भी नसीरुद्दीन ही था।
सेना एक अधिकारी ने मुठभेड़ की जानकारी देते हुए बताया कि विश्वसनीय सूत्रों से उन्हें जानकारी मिली कि हंदवाड़ा के करालगुंड इलाके के गणिपोरा गांव में बाग में कुछ संदिग्ध बंदूकधारी देखे गए हैं। सूचना मिलते ही सेना, सीआरपीएफ और पुलिस का संयुक्त दल वहां पहुंच गया।
आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया गया। आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दो आतंकवादी मारे गए। कश्मीर में गत बुधवार को एक दिन में यह दूसरी मुठभेड़ थी।
4 कश्मीर में आतंकियों की सूची में टाप 10 का हिस्सा थे
पिछले 4 दिनों में तीन आप्रेशनों में, 6 आतंकी मारे गए, उनमें से 4 कश्मीर में आतंकियों की सूची में टाप 10 का हिस्सा थे। ये आप्रेशन सराहनीय हैं और निश्चित रूप से लोगों के लिए राहत की बात होगी क्योंकि सज्जाद हैदर ने कई युवाओं को कट्टरपंथी बनाया है।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि दोनों आतंकवादियों का मुठभेड़ में मारा जाने सुरक्षा बलों के लिए बड़ी कामयाबी है। मारे गए आतंकवादियों में से एक आतंकवादी लश्कर-ए-तैयबा का कमांडर नसीरुद्दीन लोन था, लोन इस साल की शुरुआत में सीआरपीएफ के छह जवानों की हत्या में शामिल था।
लोन के कब्जे से एक एके-47 रायफल बरामद हुई है जो चार मई को हंदवाडा के वनगाम में सीआरपीएफ के एक जवान पर हमला करके छीनी गई थी। इससे साबित होता है कि वह सीआरपीएफ के तीन जवानों की हत्या में शामिल था। लोन और दानिश का मारा जाना बलों के लिए बड़ी कामयाबी है।