J&K: 'ओसामा' को पकड़वाने वाले को सरकारी नौकरी और इनाम, लेकिन अभी इनाम की रकम तय नहीं
By सुरेश डुग्गर | Published: March 28, 2019 06:08 AM2019-03-28T06:08:09+5:302019-03-28T06:08:09+5:30
लोकसभा चुनावों में आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम न दे दें इसलिए पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए संदेह के आधार पर उन सात आतंकियों की सूची और पोस्टर जारी किए हैं जिन्होंने किश्तवाड़ में प्रदेश भाजपा सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या और डिप्टी कमिश्नर के अंगरक्षक से एके 47 राइफल छीनी थी।
जम्मू-कश्मीर राज्य पुलिस ने आतंकी ‘ओसामा’ को पकड़वाने के लिए सरकारी नौकरी और नगद इनाम का लालच दिया है। फिलहाल यह तय नहीं है कि नगद राशि कितनी होगी। पर इस आशय के पोस्टर जम्मू संभाग के किश्तवाड़ जिले में पुलिस द्वारा लगाए गए हैं जहां फिर से आतंकवाद सिर उठाने लगा है।
वैसे यह ओसामा कोई ओसामा बिन लादेन नहीं है बल्कि किश्तवाड़ में अपनी पैठ बना चुका आतंकी ओसामा बिन जावेद उर्फ ओसामा है। पुलिस को सिर्फ उसी की नहीं बल्कि उसके अन्य 6 साथियों की भी तलाश है और उनकी खबर देने वालों के लिए सरकारी नौकरी व नगद राशि की घोषणा कर दी गई है।
दरअसल लोकसभा चुनावों में आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम न दे दें इसलिए पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए संदेह के आधार पर उन सात आतंकियों की सूची और पोस्टर जारी किए हैं जिन्होंने किश्तवाड़ में प्रदेश भाजपा सचिव अनिल परिहार और उनके भाई अजित परिहार की हत्या और डिप्टी कमिश्नर के अंगरक्षक से एके 47 राइफल छीनी थी। बताया जा रहा है कि ये सभी आतंकी स्थानीय हैं। पुलिस ने इन्हें पकड़वाने वाले को इनाम और सरकारी नौकरी देने का एलान किया है।
पुलिस काफी समय से सिर्फ मुहम्मद आमीन उर्फ जहांगीर सरुरी और उसके साथी रियाज के सक्रिय आतंकी होने की बात कुबूलती रही है। हमेशा यही कहा जाता था कि जहांगीर सरुरी का कोई पता ठिकाना नहीं है। कई महीनों से कहा जा रहा था कि इलाके में और भी आंतकी सक्रिय हो गए हैं।
पुलिस ने उनके नाम दर्ज नहीं किए थे, लेकिन किश्तवाड़ में पांच माह पहले हुई परिहार बंधुओं की हत्या और कुछ दिन पहले डीसी किश्तवाड़ के अंगरक्षक की एके-47 राइफल छीने जाने के बाद पुलिस ने उन सभी आतंकियों की सूची जारी की है। इसमें पुलिस ने सात आतंकियों के नाम - मुहम्मद अमीन उर्फ जहांगीर सरूरी, रियाज अहमद उर्फ हजारी ओसामा बिन जावेद उर्फ ओसामा, लमुदस्सिर हुसैन, तालिब हुसैन गुज्जर तथा जमालदीन - फोटो सहित छपवाए हैं।
इनके बड़े-बड़े पोस्टर जगह-जगह लगाए गए हैं, जिसमें इन आतंकियों को जिंदा या मुर्दा दबोचने में पुलिस की मदद करने वाले को उचित इनाम देने और सूचना देने वाले को सरकारी नौकरी देने के साथ उसका नाम गुप्त रखने की बात कही गई है।
किश्तवाड के एसएसपी शक्ति पाठक का कहना है कि जो आतंकियों की सूचना देगा उसे इनाम के साथ ही सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। हालांकि अभी तक यह रकम तय नहीं की गई।