VIDEO: जामिया मिलिया के छात्रों ने CAA विरोधी प्रदर्शन के 5 साल पूरे होने का जश्न मनाया, लगे इस्लामिक और 'आजादी' के नारे
By रुस्तम राणा | Updated: December 17, 2024 14:44 IST2024-12-17T14:39:24+5:302024-12-17T14:44:22+5:30
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों ने कथित रूप से "तेरा मेरा रिश्ता क्या, ला इलाहा इल्लल्लाह" और "हम क्या चाहते हैं? आज़ादी" जैसे इस्लामी नारे लगाए।

VIDEO: जामिया मिलिया के छात्रों ने CAA विरोधी प्रदर्शन के 5 साल पूरे होने का जश्न मनाया, लगे इस्लामिक और 'आजादी' के नारे
नई दिल्ली: बीते रविवार को वामपंथी छात्र संगठन ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (AISA) और नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) ने दिल्ली के अल्पसंख्यक संस्थान जामिया मिलिया इस्लामिया में CAA विरोधी प्रदर्शनों के पांच साल पूरे होने पर एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्रों ने कथित रूप से "तेरा मेरा रिश्ता क्या, ला इलाहा इल्लल्लाह" और "हम क्या चाहते हैं? आज़ादी" जैसे नारे लगाए। उन्होंने पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की भी आलोचना की और संकेत दिया कि देश 2019 में जो कुछ हुआ उसे कभी नहीं भूलेगा।
रिपोर्टों के अनुसार, केंद्र द्वारा वित्तपोषित संस्थान जो वर्ष 2019 में CAA विरोधी प्रदर्शनों का केंद्र रहा था, जिसमें 50 से अधिक लोगों की जान चली गई और लगभग 100 लोग घायल हो गए, वहां के छात्रों ने प्रशासन को धमकी भी दी। जैसे ही परिसर में विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, कॉलेज प्रशासन ने कैंटीन और लाइब्रेरी बंद कर दी और कक्षाएं निलंबित कर दीं। हालाँकि, इस कदम से प्रदर्शनकारी छात्र भड़क गए और उन्होंने प्रशासन पर अभिव्यक्ति और विरोध प्रदर्शन आयोजित करने के उनके अधिकार को दबाने का आरोप लगाया।
"Tera Mera Rishta Kya, La Ilaha Illallah" and "Hum Kya Chahte? Azadi,"
— Subhi Vishwakarma (@subhi_karma) December 16, 2024
All these slogans were raised at Jamia Millia Islamia, a centrally funded institute today. The students, while making all these provocative Islamic slogans, are celebrating the fifth anniversary of the… pic.twitter.com/j90QXA3P70
आइसा ने इस संबंध में एक बयान जारी किया और कथित प्रतिबंध लगाने के लिए प्रशासन पर निशाना साधा। बयान में कहा गया है, "15 दिसंबर, 2019 को दिल्ली पुलिस ने हमारे दोस्तों को घायल कर दिया, हमारे परिसर में तोड़फोड़ की और हमारे साथ आतंकवादियों जैसा व्यवहार किया। आज, वे हमें उस भयावह दिन को याद करने से भी रोक रहे हैं।"
विरोध प्रदर्शन के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें प्रदर्शनकारी छात्रों को दिल्ली पुलिस के खिलाफ भी नारे लगाते देखा जा सकता है, जो विरोध प्रदर्शन के दौरान परिसर के बाहर तैनात थी। छात्रों ने दावा किया कि परिसर को बंद कर दिया गया था और उनके प्रवेश और निकास पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। "दिल्ली पुलिस वापस जाओ", "हम क्या चाहते हैं? आज़ादी", ये नारे वीडियो में सुने जा सकते हैं।
ऑर्गनाइजर की रिपोर्ट के अनुसार, प्रशासन ने एक अधिसूचना जारी की थी, जिसमें परिसर के भीतर कुछ क्षेत्रों में प्रवेश और निकास पर प्रतिबंध लगाने और बंद करने का कारण 'रखरखाव कार्य' बताया गया था। हालांकि, छात्रों ने प्रशासन के इस कदम पर सवाल उठाना जारी रखा और नोटिस के समय को लेकर संदेह जताया। उल्लेखनीय है कि 15 जुलाई, 2016 को लोकसभा में पेश किए गए सीएए विधेयक के बाद वर्ष 2019 में दिल्ली में बड़े पैमाने पर हिंसा भड़क उठी थी।