जामिया फायरिंग पर अमित शाह ने कहा- घटना को बर्दाश्त नहीं करेंगे, दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, कठोर से कठोर होगी कार्रवाई
By रामदीप मिश्रा | Published: January 30, 2020 06:24 PM2020-01-30T18:24:13+5:302020-01-30T18:24:13+5:30
जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में गुरुवार (30 जनवरी) को सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच घुसे एक युवक ने देसी तमंचे से फायरिंग कर दी। इसके बाद वह अपना तमंचा लहराता रहा। युवक को दिल्ली पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है। उसे प्रदर्शनकारी छात्रों ने पकड़ लिया था।
जामिया नगर में एक युवक ने गुरुवार (30 जनवरी) को फायरिंग कर दी, जिसके बाद यह मामला तूल पकड़ गया। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार पर घटना के संबंध में कठघरे में खड़ा किया गया, जिस पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि इस मामले को लेकर दोषी पर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
अमित शाह ने इस घटना को लेकर ट्वीट कर कहा, 'आज दिल्ली में जो गोली चलाने की घटना हुई है उसपर मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है और उन्हें कठोर से कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। केंद्र सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी, इसपर गंभीरता से कार्रवाई की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।'
आज दिल्ली में जो गोली चलाने की घटना हुयी है उसपर मैंने दिल्ली पुलिस कमिश्नर से बात की है और उन्हें कठोर से कठोर कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं।
— Amit Shah (@AmitShah) January 30, 2020
केंद्र सरकार इस तरह की किसी भी घटना को बर्दाश्त नहीं करेगी, इसपर गंभीरता से कार्यवाही की जाएगी और दोषी को बख्शा नहीं जायेगा।
वहीं, जामिया इलाके में गोलीबारी की घटना पर AAP नेता संजय सिंह ने आरोप लगाया कि अमित शाह दिल्ली का माहौल बिगाड़ना चाहते हैं। सबसे पहले, उन्होंने अपने नेताओं को भाषण देने के लिए उकसाया। बीजेपी को दिल्ली के चुनावों में हार देख रही है, यह साजिश उसी डर से रची गई थी। गृहमंत्री चुनाव स्थगित करने की साजिश रच रहे हैं।
Sanjay Singh, AAP on Jamia area firing incident: HM Amit Shah wants to disturb environment of Delhi. First, they made their leaders give instigating speeches. BJP can see defeat in #DelhiElections, this conspiracy was hatched out of that fear. HM is conspiring to postpone polls. pic.twitter.com/Gt1h0fkAlI
— ANI (@ANI) January 30, 2020
इसके अलावा प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर लिखा, 'जब बीजेपी सरकार के मंत्री और नेता लोगों को गोली मारने के लिए उकसाएँगे, भड़काऊ भाषण देंगे तब ये सब होना मुमकिन है। प्रधानमंत्री को जवाब देना चाहिए कि वे कैसी दिल्ली बनाना चाहते हैं? वे हिंसा के साथ खड़े हैं या अहिंसा के साथ? वे विकास के साथ खड़े हैं या अराजकता के साथ?'
बता दें कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में गुरुवार (30 जनवरी) को सीएए के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच घुसे एक युवक ने देसी तमंचे से फायरिंग कर दी। इसके बाद वह अपना तमंचा लहराता रहा। युवक को दिल्ली पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है। उसे प्रदर्शनकारी छात्रों ने पकड़ लिया था।
यह पूरी घटना टेलीविजन कैमरों ने रिकॉर्ड हो गई, जिसमें दिखा कि हल्के रंग की पैंट और गहरे रंग की जैकेट पहना व्यक्ति पुलिस द्वारा बैरिकेड की गई खाली सड़क से निकलता है और मुड़कर प्रदर्शनकारियों पर चिल्लाता है ‘‘ये लो आजादी।’’ एक छात्र को घायल जैसी स्थिति में देखकर जामिया इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया। घटना के समय वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और कई मीडिया समूह के लोग मौजूद थे।
छात्र जामिया से महात्मा गांधी की समाधि राजघाट जा रहे थे। मार्च को विश्वविद्यालय के पास होली फैमिली अस्पताल के करीब रोक दिया गया। छात्र इसी क्षेत्र में बैठ गए और ‘पुलिस वापस जाओ’ के नारे लगाने लगे। जब वे नारे लगा रहे थे पुलिस अधिकारियों ने छात्रों से शांति बनाये रखने और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने के लिए कहा।
डीसीपी (दक्षिण) चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि छात्र जामिया से राजघाट तक एक मार्च निकालना चाहते थे लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। बिस्वाल ने कहा, ‘‘उन्हें बार बार कहा जा रहा था कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से किया जाना चाहिए। हमने होली फैमिली अस्पताल से ठीक पहले सड़क पर बैरिकेड लगा दिये थे। इस बीच एक व्यक्ति को भीड़ में देखा गया जो कोई चीज लहरा रहा था जो एक हथियार प्रतीत हुआ।’’