जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में गुरुवार (30 जनवरी) को संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे छात्रों के बीच घुसे एक युवक ने देसी तमंचे से फायरिंग कर दी और वह अपना तमंचा लहराता रहा। इस घटना को लेकर राजनीति गरमा गई है। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर हमला बोला।
कन्हैया कुमार ने घटना के संबंध में ट्वीट करते हुए लिखा, 'देखिए इन तस्वीरों को। नफरत में अंधा होकर आजाद भारत के पहले आतंकवादी नाथूराम गोडसे ने 72 साल पहले इसी तरह गांधीजी की हत्या कर दी थी क्योंकि उसे लगता था कि बापू 'देश के गद्दार' हैं। आज राम का नाम लेकर सत्ता में आए लोग नाथूराम का देश बना रहे हैं। जागिए, इससे पहले कि पूरा देश बर्बाद हो जाए।'
बता दें, देसी तमंचा दिखाने वाले व्यक्ति को दिल्ली पुलिस ने गिफ्तार कर लिया है। उसे प्रदर्शनकारी छात्रों ने पकड़ लिया था। यह पूरी घटना टेलीविजन कैमरों ने रिकार्ड हो गई जिसमें दिखा कि हल्के रंग की पैंट और गहरे रंग की जैकेट पहना व्यक्ति पुलिस द्वारा बैरिकेड की गई खाली सड़क से निकलता है और मुड़कर प्रदर्शनकारियों पर चिल्लाता है ‘‘ये लो आजादी।’’ एक छात्र को घायल जैसी स्थिति में देखकर जामिया इलाके में तनाव उत्पन्न हो गया। घटना के समय वहां बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी और कई मीडिया समूह के लोग मौजूद थे।
डीसीपी (दक्षिण) चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि छात्र जामिया से राजघाट तक एक मार्च निकालना चाहते थे लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई। बिस्वाल ने कहा, ‘‘उन्हें बार बार कहा जा रहा था कि प्रदर्शन शांतिपूर्ण ढंग से किया जाना चाहिए। हमने होली फैमिली अस्पताल से ठीक पहले सड़क पर बैरिकेड लगा दिये थे। इस बीच एक व्यक्ति को भीड़ में देखा गया जो कोई चीज लहरा रहा था जो एक हथियार प्रतीत हुआ।’’
जामिया नगर गोलीबारी की घटना पर डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने कहा कि घायल हुए छात्र का नाम शादाब फारूक है। उसके बाएं हाथ में चोट लगी है। उसे अस्पताल से ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि वह खतरे से बाहर है। गिरफ्तार युवक से पूछताछ की जा रही है।