नई दिल्ली: राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने बीजेपी आईटी प्रमुख अमित मालवीय द्वारा 19 वर्षीय हाथरस दलित महिला की एक वीडियो शेयर करने पर सवाल उठाए हैं। NCW की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने कहा , 'अगर वह बलात्कार की शिकार है तो ये वीडियो को ट्वीट करने की घटना वास्तव में बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है और यह पूरी तरह से अवैध भी है।'
भारतीय दंड संहिता प्रावधानों के तहत कोई भी व्यक्ति जो किसी ऐसे व्यक्ति की पहचान का खुलासा करता है जो यौन उत्पीड़न का शिकार होता है या उसके संदिग्ध होने पर उसे दो साल तक की कैद हो सकती है। इंडियन एक्सप्रेस को उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष विमला बाथम ने बताया कि उन्होंने अभी वीडियो नहीं देखा है, लेकिन अगर इसमे महिला की पहचान का खुलासा हुआ है तो यह निश्चित रूप से आपत्तिजनक था और आयोग इस पर संज्ञान लेगा और मालवीय को नोटिस देगा।
बता दें कि बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पीड़िता की मां वीडियो ट्वीट किया था। इस वीडियो में पीड़िता की मां बेहद ही सहज नजर आ रही हैं। वहीं उनकी बेटी की रोने की आवाज आ रही है। वीडियो को शूट करने वाला जब पीड़िता की मां से पूछती हैं कि क्या हुआ तो उन्होंने कहा कि कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि पीछे से बेटी को संदीप नामक लड़का ने पकड़ लिया। गांव का ही लड़का है संदीप। दर्द में कराहती लड़की भी संदीप का नाम लेती है।
वीडियो बनाने वाले ने जब पूछा कि क्या किया उसने तो मां और पीड़िता दोनों ने बताया कि नाड़ काट लिया। इस वीडियो को शेयर करते हुए बीजेपी के आईटी सेल ने लिखा कि यूपी को बदनाम करने की साज़िश रचने वालों को एक्सपोज़ करने वाला वीडियो, घटना के तत्काल बाद माँ का बयान।