Chandrayaan-3 Landing: चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश बना भारत, चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर ISRO प्रमुख ने कही ये बात

By मनाली रस्तोगी | Updated: August 23, 2023 18:28 IST2023-08-23T18:24:25+5:302023-08-23T18:28:05+5:30

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर 'विक्रम' और रोवर 'प्रज्ञान' से लैस एलएम की साफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की।

ISRO chief S Somanath comments as Chandrayaan 3 lander module Vikram makes safe and soft landing on the Moon | Chandrayaan-3 Landing: चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश बना भारत, चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर ISRO प्रमुख ने कही ये बात

Chandrayaan-3 Landing: चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर उतरने वाला पहला देश बना भारत, चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर ISRO प्रमुख ने कही ये बात

Highlightsभारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग कराने वाला दुनिया का पहला देश बन गया हैचांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले चार देशों में भारत शामिल हो गया हैचंद्रयान-3 पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई थीं

बेंगलुरु: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर 'विक्रम' और रोवर 'प्रज्ञान' से लैस एलएम की साफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की। भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ। 

इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग कराने वाला दुनिया का पहला देश और चांद की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले चार देशों में शामिल हो गया है। इसरो के महत्वाकांक्षी तीसरे चंद्रमा मिशन 'चंद्रयान-3' के लैंडर मॉड्यूल (एलएम) ने बुधवार शाम चंद्रमा की सतह को चूम कर अंतरिक्ष विज्ञान में सफलता की एक नयी इबारत रची।

वैज्ञानिकों के अनुसार इस अभियान के अंतिम चरण में सारी प्रक्रियाएं पूर्व निर्धारित योजनाओं के अनुरूप ठीक से चली। वहीं, चंद्रयान 3 के लैंडर मॉड्यूल विक्रम के चंद्रमा पर सुरक्षित और सॉफ्ट लैंडिंग के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) प्रमुख एस सोमनाथ ने बुधवार को कहा, "भारत चंद्रमा पर है।" बता दें कि चंद्रयान-3 पर दुनिया भर की नजरें टिकी हुई थीं।

लैंडर 'विक्रम' और रोवर 'प्रज्ञान' से लैस एलएम ने बुधवार शाम 6:04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की। यह एक ऐसी उपलब्धि है, जो अब तक किसी भी देश को हासिल नहीं हुई है। 

इसरो के अधिकारियों के मुताबिक, लैंडिंग के लिए लगभग 30 किलोमीटर की ऊंचाई पर लैंडर 'पॉवर ब्रेकिंग फेज' में कदम रखता है और गति को धीरे-धीरे कम करके चंद्रमा की सतह तक पहुंचने के लिए अपने चार थ्रस्टर इंजन की 'रेट्रो फायरिंग' करके उनका इस्तेमाल करना शुरू कर देता है।

इसरो के अनुसार, चंद्रमा की सतह और आसपास के वातावरण का अध्ययन करने के लिए लैंडर और रोवर के पास एक चंद्र दिवस (पृथ्वी के लगभग 14 दिन के बराबर) का समय होगा। हालांकि, वैज्ञानिकों ने दोनों के एक और चंद्र दिवस तक सक्रिय रहने की संभावनाओं से इनकार नहीं किया है।

(भाषा इनपुट के साथ)

Web Title: ISRO chief S Somanath comments as Chandrayaan 3 lander module Vikram makes safe and soft landing on the Moon

भारत से जुड़ीहिंदी खबरोंऔर देश दुनिया खबरोंके लिए यहाँ क्लिक करे.यूट्यूब चैनल यहाँ इब करें और देखें हमारा एक्सक्लूसिव वीडियो कंटेंट. सोशल से जुड़ने के लिए हमारा Facebook Pageलाइक करे