Israel-Hamas War: "फिलिस्तीनियों की पूरी जमीन इजरायल ले लेगा, यही साजिश है", सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: October 20, 2023 09:33 AM2023-10-20T09:33:58+5:302023-10-20T09:38:17+5:30
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि हम हमास- इजराइल के बीच चल रहे युद्ध में फिलिस्तीन को अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं।
कोच्चि: इजरायल-हमास युद्ध को लेकर भारत की राजनीतिक दलों की ओर से तरह-तरह के बयान आ रहे हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के महासचिव सीताराम येचुरी ने बीते गुरुवार को कहा कि हम हमास- इजराइल के बीच चल रहे युद्ध में फिलिस्तीन को अपना पूरा समर्थन दे रहे हैं।
केरल के कोच्ची में सीपीएम द्वारा फिलिस्तीन के समर्थन में आयोजित बैठक में हिस्सा लेते हुए सीताराम येचुरी ने कहा, "फिलिस्तीन बहुत कम हो गया है। फिलिस्तीन के अंदर जितने फिलिस्तीनी हैं, उससे कहीं अधिक फिलिस्तीन के बाहर रह मिस्र में हैं। इजराइल अगर फिलिस्तीनियों को सिनाई प्रायद्वीप में धकेलने में सफल हो जाता है तो फिर वो कभी उन्हें वापस नहीं आने देगा।"
सीपीएम नेता येचुरी ने कहा, "यह बहुत बड़ी साजिश है, इस हमले से इज़रायल फिलिस्तीनियों की पूरी जमीन ले लेगा।"
इसके साथ ही येचुरी ने इजराइल-हमास युद्ध की निंदा करते हुए कहा, "मैं साफ तौर पर दोनों पक्षों से हो रहे इन हमलों की निंदा करता हूं। संयुक्त राष्ट्र को इस पर रोक लगानी चाहिए। संयुक्त राष्ट्र को फिलिस्तीनियों के वैध अधिकारों को सुनिश्चित करना चाहिए। इसके साथ ही सभी इजरायली अवैध बस्तियों और फिलिस्तीनी भूमि पर कब्जे को वापस लेना चाहिए।
सीताराम येचुरी के अलावा केरल सीपीएम के सचिव एम वी गोविंदन ने भी फिलिस्तीनियों के लिए चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा, "फ़िलिस्तीनी भूमि पर यहूदियों का लगातार अवैध कब्जा हो रहा है। फ़िलिस्तीनियों के पास अब केवल 13 फीसदी जमीन बची है, जिसे पहले 60:40 के अनुपात में विभाजित किया गया था। यह इज़रायली सरकार के पूर्ण समर्थन से किया जा रहा है।"
इससे पहले शुक्रवार को केरल में सत्तारूढ़ सीपीएम ने संघर्षग्रस्त पश्चिम एशियाई क्षेत्र के लिए शांति की मांग करते हुए फिलिस्तीन के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराते हुए फिलिस्तीनी लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने की भारत की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।
पीएम मोदी ने कहा, "फिलिस्तीनी अथॉरिटी के राष्ट्रपति एचई महमूद अब्बास से बात की। गाजा के अल अहली अस्पताल में नागरिक जीवन की हानि पर अपनी संवेदना व्यक्त की। हम फिलिस्तीनी लोगों के लिए मानवीय सहायता भेजना जारी रखेंगे।"
वहीं अगर ताजा हालात की बात करें तो समाचार वेबसाइट सीएनएन के अनुसार इजराइल-हमास युद्ध के 13वें दिन के बीच गाजा अस्पताल में घातक हमले पर वैश्विक विरोध जारी है और अमेरिकी कांग्रेस के अंदर यहूदी युद्ध-विरोधी प्रदर्शनकारियों की गिरफ्तारी की सूचना है।
जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र ने फिलिस्तीनी मिशन ने घातक गाजा अस्पताल विस्फोट के बाद इजरायली दुष्प्रचार और प्रचार की निंदा की है। सीएनएन की रिपोर्ट के अनुसार 7 अक्टूबर को इजरायल के अंदर हमास के हमले के बाद से गाजा पर इजरायली हमलों में कम से कम 3,785 फिलिस्तीनी मारे गए है। वहीं इजरायल में कम से कम 1,400 से अधिक लोग मारे गए हैं।