लाइव न्यूज़ :

सोशल मीडिया पर नफरत वाले पोस्ट देखकर IPS ने छोड़ा फेसबुक, जानिए क्या लिखा

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 21, 2019 14:21 IST

संशोधित नागरिकता कानून पर बवाल जारी है। सोशल मीडिया पर हिन्दू बनाम मुसलमान को लेकर कई मैसेज वायरल हुए हैं। जिसके कारण दोनों धर्म के बीच एक दीवार बन गई है। सभी एक-दूसरे को मारने पर उतारू हो गए।

Open in App
ठळक मुद्दे2018 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस (IPS) विजय वर्धन ने फेसबुक सहित सभी सोशल मीडिया छोड़ने का मन बना लिया।हालांकि विजय वर्धन ने अपने पोस्ट में नागरिकता संशोधन कानून के बारे में कुछ नहीं लिखा है।

संशोधित नागरिकता कानून को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। सोशल मीडिया में लोग कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। देश भर में लोग हिंसा से प्रभावित है।

बॉलीवुड से लेकर भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों के 1,000 से अधिक शिक्षाविदों ने शनिवार को एक बयान जारी किया। अपने बयान में इन शिक्षाविदों ने, “भुलाए गए अल्पसंख्यकों के साथ खड़े होने और भारत के सभ्यतागत स्वभाव को बरकरार रखने” तथा, “धार्मिक प्रताड़ना के कारण भाग कर आने वालों को शरण देने” के लिए संसद को बधाई दी।

संशोधित नागरिकता कानून पर बवाल जारी है। सोशल मीडिया पर हिन्दू बनाम मुसलमान को लेकर कई मैसेज वायरल हुए हैं। जिसके कारण दोनों धर्म के बीच एक दीवार बन गई है। सभी एक-दूसरे को मारने पर उतारू हो गए। इस बीच 2018 बैच के गुजरात कैडर के आईपीएस (IPS) विजय वर्धन ने फेसबुक सहित सभी सोशल मीडिया छोड़ने का मन बना लिया है।

विजय वर्धन ने फेसबुक पर पोस्ट लिखकर ये जानकारी दी, लिखा...

पूरी सोशल मीडिया हिन्दू-मुस्लिम, हम-तुम, भारत-पाकिस्तान, अपने-गैर, कश्मीर-बंगाल, हिंसा, नफ़रत एवं घृणा इत्यादि से भरा पड़ा है। जब भी खोल के देखता हूं सब और बस सिर्फ नफ़रत और व्हाट्सएप ज्ञान दिखता है। इस "विरोध के फैशन" के दौर में एक छोटा सा विरोध मेरा भी- यही समय है फेसबुक त्यागने का।

जब कोई "सोशल" बचा ही नहीं तो वो केसी मीडिया। एक ही बात कहनी थी, ये सिर्फ वोटों की बंदरबांट है, जो सामाजिक - धार्मिक -व्यक्तिगत फूट डालो राज करो नीति पर आधारित है। पर पता है हम भारतीय नहीं समझेंगे। चलिए आप चालू रखिए यही सब, अपुन चलता है। फिर मिलेंगे जब मन मानेगा। अभी जीवन में कुछ सकारत्मकता और प्रेम चाहिए जो सोशल मीडिया में रत्ती भर भी बची नहीं। अपने असली जीवन में खोजता हूँ शायद वहाँ मिल जाए। जय हिंद। अपना ख्याल रखना भारत ।

हालांकि विजय वर्धन ने अपने पोस्ट में नागरिकता संशोधन कानून के बारे में कुछ नहीं लिखा है।

जानिए कौन हैं विजय वर्धन

विजय वर्धन 35 बार सरकारी नौकरियों की परीक्षा दे चुके हैं और हर बार असफ़ल रहे, लेकिन कोशिश करनी नहीं छोड़ी। इसके बाद साल 2018 में विजय की कोशिश रंग लाई और UPSC की सिविल सर्विस की परीक्षा में 104 रैंक हासिल कर विजय वर्धन ने विजय हासिल की।

टॅग्स :कैब प्रोटेस्टगुजरातमोदी सरकारविजय रुपानीसंघ लोक सेवा आयोग
Open in App

संबंधित खबरें

ज़रा हटकेVIDEO: AAP विधायक गोपाल इटालिया पर जूता फेंका, देखें वायरल वीडियो

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो के उड़ानों के रद्द होने पर राहुल गांधी ने किया रिएक्ट, बोले- "सरकार के एकाधिकार मॉडल का नतीजा"

भारतसंचार साथी ऐप में क्या है खासियत, जिसे हर फोन में डाउनलोड कराना चाहती है सरकार? जानें

भारतBhavnagar Complex Fire: आग ने कई अस्पतालों को अपनी चपेट में लिया, चादरों में लिपटे बच्चों को खिड़कियों से बचाया गया, देखें भयावह वीडियो

भारतSanchar Saathi App: विपक्ष के आरोपों के बीच संचार साथी ऐप डाउनलोड में भारी वृद्धि, संचार मंत्रालय का दावा

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत