नयी दिल्ली, सात दिसंबर इंडियन ऑयल स्काईटैंकिंग लिमिटेड (आईओएसएल) को नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के ईंधन के बुनियादी ढांचे के डिजाइन, निर्माण और संचालन के लिए 30 साल की रियायत दी गई है। एक बयान में मंगलवार को यह जानकारी दी गई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 25 नवंबर को उत्तर प्रदेश के जेवर में इस हवाई अड्डे की आधारशिला रखी थी।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे ने अपने बयान में कहा कि रियायत से हवाईअड्डे को विमानन टरबाइन ईंधन प्रभावी कीमत पर मिलने में मदद मिलेगी।
बयान में कहा गया, ''इस समझौते के तहत, आईओएसएल सुविधाओं का निर्माण करेगा, जिसमें 10,000 घन मीटर ईंधन-भंडारण टैंक शामिल होंगे, जिसमें हवाई यातायात की मांग के अनुसार क्षमता को तेजी से बढ़ाने के लिए एक अंतर्निहित लचीलापन होगा।''
इसके मुताबिक, नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को पर्यावरण के प्रति जिम्मेदार हवाई अड्डा और भारत के पहले वास्तविक डिजिटल हवाई अड्डे के निर्माण के वादे को ध्यान में रखते हुए आईओएसएल टिकाऊ विमानन ईंधन को समायोजित करने और आवाजाही को डिजिटल कमान और नियंत्रण केंद्र के माध्यम से प्रबंधन करने में सक्षम होगा।
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