नयी दिल्ली, 26 मार्च प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शुक्रवार को कहा कि भारत नॉर्दर्न फ्रंटियर के पास बुनियादी ढांचा विकास को गति प्रदान करने में समर्थ रहा है और उसे अगले तीन-चार वर्षों में अपने लक्ष्यों को हासिल कर लेना चाहिए।
इंडिया इकॉनोमिक कांक्लेव के एक सत्र के दौरान जनरल रावत ने कहा कि सरकार पिछले चार-पांच वर्षों से उत्तरी सीमा के पास बुनियादी ढांचे के विकास को लेकर व्यापक तौर पर ध्यान केंद्रित कर रही है और वह दिन दूर नहीं है जब भारत भी पड़ोसी देश की तरह ही अवसरंचना विकास में बराबरी पर होगा।
उन्होंने कहा, '' मुझे लगता है कि जिस तरह सीमा के दूसरी तरफ कार्य किया जा रहा है, उसी गति में अब हम भी बुनियादी ढांचे के विकास में तेजी ला सकेंगे। हमें अगले तीन-चार वर्षों में अपने लक्ष्यों को हासिल कर लेना चाहिए।''
हिंद महासागर में चीन के अधिक मुखर होने के सवाल पर प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) ने कहा कि अगर कोई भी देश इस क्षेत्र में भारत को चुनौती देता है तो हमारा देश अकेला नहीं पड़ेगा।
उन्होंने कहा, '' भारत को उन देशों से स्वाभाविक तौर पर समर्थन मिलेगा जो स्वयं भी हिंद महासागर को व्यापार एवं अन्य मुद्दों के लिए उपयोग कर रहे हैं। मेरा मानना है कि चीन जो भी कर रहा है, उसे लेकर हमें अति उत्साहित होने की जरूरत नहीं है।''
सीडीएस ने जोर देकर कहा, '' हिंद महासागर में होने वाली हर गतिविधि का बचाव करने की जिम्मेदारी केवल हमारी नहीं होगी।
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