इंडिगो बनी स्वदेशी नेविगेशन प्रणाली ‘गगन’ का इस्तेमाल कर विमान उतारने वाली पहली एयरलाइन, राजस्थान के किशनगढ़ हवाई अड्डे पर हुई लैंडिंग
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 29, 2022 07:42 AM2022-04-29T07:42:58+5:302022-04-29T07:44:45+5:30
अमेरिका और जापान के बाद भारत अपनी एसबीएएस (SBAS) प्रणाली रखने वाला दुनिया का तीसरा देश बन गया है। इंडिगो का विमान 'गगन' की मदद से सुरक्षित तरीके से राजस्थान के किशनगढ़ हवाई अड्डे पर उतरा।
इंडिगो स्वदेशी नेविगेशन प्रणाली ‘गगन’ का उपयोग करके विमान की लैंडिंग कराने वाली देश की पहली एयरलाइन बन गई है। इस संबंध में गुरुवार को एक बयान जारी कर ये जानकारी दी गई। इंडिगो की ओर से जारी बयान में कहा गया, 'यह भारतीय नागरिक उड्डयन के लिए एक बड़ी छलांग है और आत्मानिर्भर भारत की दिशा में एक दृढ़ कदम है, क्योंकि भारत दरअसल अमेरिका और जापान के बाद अपनी एसबीएएस (SBAS) प्रणाली रखने वाला दुनिया का तीसरा देश बन गया है।'
राजस्थान के किशनगढ़ हवाई अड्डे पर उतरा विमान
इंडिगो के अनुसार एटीआर-72 विमान द्वारा संचालित उड़ान को बुधवार सुबह राजस्थान के किशनगढ़ हवाई अड्डे पर जीपीएस-सहायता प्राप्त भू-संवर्धित नेविगेशन (गगन) का इस्तेमाल करते हुए उतारा गया। इस नेविगेशन प्रणाली को केंद्र के भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
कोई विमान जब लैंडिंग के लिए रनवे के पास आ रहा हो तब ‘गगन’ का उपयोग किनारे और वर्टिकल मार्गदर्शन हासिल करने के लिए किया जाता है। इसकी सटीकता छोटे हवाई अड्डों पर विशेष रूप से उपयोगी है जहां उपकरण लैंडिंग प्रणाली (आईएलएस) स्थापित नहीं की गई है।
बयान में कहा गया, 'गगन भारत के नागरिक उड्डयन क्षेत्र का आधुनिकीकरण करेगा, उड़ान में देरी को कम करेगा, ईंधन की बचत करेगा और उड़ान सुरक्षा में सुधार करेगा।' नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक जुलाई, 2021 के बाद भारत में पंजीकृत सभी विमानों को गगन उपकरण से लैस करने का आदेश जारी किया है।
(भाषा इनपुट)