पैसेंजर के ब्रेकफास्ट में निकला कीड़ा, इंडियन रेलवे को देना पड़ा 10 हजार जुर्माना
By भारती द्विवेदी | Published: May 5, 2018 04:13 PM2018-05-05T16:13:53+5:302018-05-05T16:15:26+5:30
शालिनी ने ट्रेन में मौजूद कर्मचारियों से कंप्लेन्ड रजिस्ट्रर मांग, जो उन्हें नहीं दिया गया था।
नई दिल्ली, 5 मई: कालका-नई दिल्ली शताब्दी ट्रेन में पैसेंजर को खराब खाना देना इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म डिपार्टमेंट को मंहगा पड़ गया है। चंडीगढ़ के उपभोक्ता फोरम ने आईआरसीटीसी पर दस हजार का जुर्माना लगाया है। साथ ही 18 प्रतिशत ब्याज के साथ खाने का 270 रुपए लौटने को कहा है। हालांकि ये मामला दो साल पुराना है, जिसपर अभी फैसला आया है।
दरअसल तीन जुलाई, 2016 में शालिनी जैन अपने दो बेटों के साथ चंडीगढ़ से दिल्ली के लिए यात्रा कर रही थीं। अपने यात्रा के लिए उन्होंने कालका-नई दिल्ली शताब्दी ट्रेन को चुना। शालिनी ने 1861 रुपए किराया का दिया था, जिसमें 270 रुपए खाने का चार्ज था। यात्रा के दौरन उन्हें जो खाना परोसा गया था, उसमें उन्हें रेंगते हुए कीड़ा मिला था। शालिनी इस घटना की शिकायत उस समय ट्रेन में मौजूद अधिकारियों से की थी। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। शालिनी ने ट्रेन में मौजूद कर्मचारियों से कंप्लेन्ड रजिस्ट्रर मांग, जो उन्हें नहीं दिया गया था।
अक्टूबर 2016 में शालिनी रेलमंत्री से इस घटना की शिकायत की थी। लेकिन रेलमंत्री की तरफ से का कोई जवाब नहीं मिला। जिसके बाद शालिनी ने उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई। दोनों पक्षों के बात सुनने के बाद फोरम ने ये माना कि कैटरिंग व्यवस्था में कमी थी। फोरम ने फैसला सुनाते हुए कहा कि उस समय ट्रेन में मौजूद अधिकारियों ने अपना काम ठीक से किया होता, तो महिला को उनके दो बच्चों को भूखे पेट यात्रा नहीं करना पड़ता।