रेलवे ने टिकट बुकिंग को लेकर नियमों में किया बड़ा बदलाव, अब रिजर्वेशन कराते समय नहीं करना होगा ये काम
By विनीत कुमार | Published: April 14, 2022 12:49 PM2022-04-14T12:49:54+5:302022-04-14T12:57:06+5:30
भारतीय रेलवे ने टिकट बुकिंग के नियमों में बदलाव किया है। इसके तहत अब रिजर्वेशन कराते समय फॉर्म में डेस्टिनेशन एड्रेस देने की जरूरत नहीं होगी।
नई दिल्ली: भारतीय रेलवे ने रेलवे टिकट बुकिंग को लेकर नियमों में बड़ा बदलाव किया है। इसके तहत अब यात्रियों को रिजर्वेशन कराते समय डेस्टिनेशन एड्रेस यानी आप जहां जा रहे हैं, उस जगह का पता नहीं डालना होगा। दरअसल कोविड महामारी शुरू होने के बाद रेलवे ने डेस्टिनेशन एड्रेस मांगना शुरू किया था।
इसका मकसद था कि कोरोना केस सामने आने के बाद संपर्क में आए लोगों की तलाश की जा सके। अब हालांकि कम होते कोरोना केस को देखते हुए रेलवे ने इस बंदिश को हटा दिया है।
इससे रेलवे टिकट बुकिंग की प्रकिया आसान हो जाएगी और तेजी से टिकट बुक किए जा सकते हैं। आईआरसीटीसी अब यात्रियों से डेस्टिनेशन एड्रेस नहीं पूछेगा। रेल मंत्रालय की ओर से ये आदेश जारी किए गए हैं।
रेलवे ने हाल में बदले हैं कई और नियम
पिछले ही महीने रेलवे ने यात्रियों को बड़ी राहत देते हुए ट्रेनों में चादर, कंबल और पर्दे प्रदान करने की सुविधा फिर से शुरू करने का आदेश जारी किया था। कोरोना वायरस महामारी की शुरुआत के बाद इस सुविधा पर रोक लगा दी गई थी। रेलवे बोर्ड ने सभी रेलवे जोन के महाप्रबंधकों को जारी एक आदेश में कहा कि इन वस्तुओं की आपूर्ति तत्काल प्रभाव से फिर से शुरू की जाए।
भोजन, चादर आदि प्रदान करने और अपनी अधिकांश रियायतों पर रोक लगाने वाले रेलवे ने ज्यादातर सुविधाओं को फिर से शुरू कर दिया है। एक ओर जहां यात्रियों के लिये चादर और भोजन सेवा को बहाल कर दिया गया है, वहीं रियायतों पर लगी रोक अब भी बरकरार है।
गौरतलब है कि दो साल पहले देश में कोरोना के बढ़ते मामलों क बाद लगाए गए लॉकडाउन के मद्देनजर रेलवे ने भी अपनी सेवाएं रोक दी थी। बाद में इसे चरणबद्ध तरीके से शुरू किया गया और पहले स्पेशल गाड़ियां चलाई गई। अब हालांकि भारतीय रेलवे का परिचालन अपनी पूरी क्षमता के साथ पहले की तरह शुरू हो गया है।