दिल्ली: मास्को में भारतीय दूतावास ने रूस-यूक्रेन युद्ध संकट के बीच बयान जारी करते हुए कहा है कि मौजूदा हालात में रूसभारतीय छात्रों के लिए पूरी तरह से सुरक्षित है और उन्हें किसी भी तरह की चिंता नहीं करनी चाहिए।
दूतावास ने कहा है कि वर्तमान समय में भारतीय छात्रों को रूस छोड़ने की कोई जरूरत नहीं है। रूस उनके लिए पूरी तरह से सुरक्षित है। हालांकि इसके साथ ही दूतावास ने कहा है कि रूसी बैंकिंग सेवाओं में आ रही दिक्कतों के साथ भारत के लिए सीधी उड़ान की सुविधा बाधित होने के कारण रूस में रह रहे कई भारतीय छात्र स्वदेश लौटने पर विचार कर रहे हैं।
दूतावास ने रूस में परेशान हो रहे भारतीय छात्रों के लिए 'रूस में पढ़ रहे भारतीय छात्रों के लिए दिशा-निर्देश' नाम से एक बुकलेट भी जारी की है। दूतावास द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि उसे रूसी यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाले भारतीय छात्रों को स्वदेश से निरंतर वापस लौटने की सलाह के बारे में संदेश प्राप्त हो रहे हैं। जिसके बाद दूतावास ने रूस में शिक्षा ले रहे सभी छात्रों को आश्वस्त किया है कि वर्तमान समय में किसी को भी रूस छोड़कर जाने की आवश्यकता नहीं है और सभी छात्र रूस में पूरी तरह से सुरक्षित हैं।
इसके साथ ही दूतावास ने यह भी कहा कि वह छात्रों सहित रूस में रहने वाले सभी भारतीय नागरिकों की सुरक्षा के संबंध में संबंधित अधिकारियों के साथ नियमित संपर्क में है।
रूस में शैक्षणिक कार्यक्रमों के बारे में जानकारी देते हुए भारतीय दूतावास ने कहा कि कई यूनिवर्सिटी ने उन्हें यह सूचना दी है कि वे पहले से ही ऑनलाइन एजुकेशन मोड में शिक्षा दे रहे हैं।
दूतावास ने सुरक्षा संबंधी सभी अटकलों को खारिज करते हुए कहा, "छात्रों को सलाह दी जाती है कि वे बिना किसी व्यवधान के रूस में अपनी शैक्षणिक गतिविधियों को जारी रखें और इस संबंध में अपनी यूनिवर्सिटी से परामर्श लेकर अपने विवेक के अनुसार फैसला लें।"
मालूम हो कि रूस द्वारा यूक्रेन पर सैन्य हमला किये जाने के बाद अमेरिका की अगुवाई में पश्चिमी शक्तियों ने रूस पर कई गंभीरप्रतिबंध लगा दिये गये हैं, जिसके कारण रूसी बैंकिंग सेवाओं को भारी दिक्कत का सामना कर पड़ रहा है।
वहीं युद्धग्रस्त यूक्रेन के विभिन्न शहरों में फंसे भारतीय नागरिकों की स्वदेश वापसी में मदद करने के लिए भारत सरकार ने यूक्रेन, रूस और रेडक्रॉस को धन्यवाद कहा है। इसके साथ ही भारत सरकार ने ‘ऑपरेशन गंगा’ अभियान के सफलतापूर्वक संचालन में ‘अभूतपूर्व सहयोग’ देने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों रोमानिया, हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और माल्दोवा को भी शुक्रिया कहा है।