सबसे बड़ा आयातक देश भारत, मलेशिया से नहीं इंडोनेशिया से पाम तेल खरीदेगा, जानिए क्या है मामला
By भाषा | Published: January 8, 2020 07:29 PM2020-01-08T19:29:52+5:302020-01-08T19:29:52+5:30
सूत्रों ने कहा कि पाम ऑयल के बजाय घरेलू आपूर्ति को बढ़ाने के लिए भारत सोयाबीन और सूरजमुखी के तेल के आयात को बढ़ाने के बारे में सोच सकता है। मलेशियाई प्रधान मंत्री महाथिर बिन मोहम्मद ने कथित तौर पर कहा था, ‘‘मुझे यह देखकर खेद है कि भारत, जो एक धर्मनिरपेक्ष राज्य होने का दावा करता है, अब कुछ मुसलमानों को उनकी नागरिकता से वंचित करने की कार्रवाई कर रहा है।’’
भारत के नये नागरिकता कानून व कश्मीर के मुद्दे पर मलेशिया की टिप्पणीयों के बाद भारत द्वारा अब इंडोनेशिया से कहीं अधिक पामतेल का आयात किये जाने की संभावना है।
सरकारी और उद्योगजगत के सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार सरकार ने पाम तेल का शोधन करने वाली कंपनियों को मलेशिया से पाम आयल का आयात नहीं करने की अनौपचारिक सलाह दी है। एक सरकारी सूत्र ने कहा कि सोमवार को वाणिज्य मंत्रालय ने खाद्य तेल उद्योग के अंशधारकों के साथ एक विस्तृत बैठक की और उन्हें अनौपचारिक रूप से मलेशियाई पाम तेल की खरीद करने से बचने को कहा।
दुनिया में वनस्पति तेलों का सबसे बड़ा आयातक देश भारत, हर वर्ष लगभग 1.5 करोड़ टन खाद्यतेल खरीदता है। इसमें से पाम तेल का हिस्सा करीब 90 लाख टन और बाकी 60 लाख टन हिस्सा सोयाबीन तेल और सूरजमुखी तेल का हैं।
सूत्र ने कहा, ‘‘हम मलेशिया से 30 प्रतिशत पामतेल का आयात करते हैं, जबकि इंडोनेशिया से 70 प्रतिशत आयात करते हैं। हमारे रिफाइनर इंडोनेशिया से आयात कर सकते हैं, जो मलेशिया से बहुत अधिक उत्पादन करता है।’’ सूत्र ने कहा कि इंडोनेशिया और मलेशिया दो ऐसे देश हैं जो पामतेल की आपूर्ति करते हैं। उसने कहा इंडोनेशिया से आयात करने के लिए कोई अतिरिक्त लागत नहीं होगी क्योंकि उत्पाद और कीमत एक समान है।
व्यापार के आंकड़ों के मुताबिक मलेशिया एक साल में 1.9 करोड़ टन पामतेल का उत्पादन करता है, जबकि इंडोनेशिया 4.3 करोड़ टन का पामतेल का उत्पादन करता है। उद्योग जगत के एक सूत्र ने कहा, ‘‘जब पामतेल उत्पाद और कीमतें समान हैं तो तेलशोधक कंपनियों को इंडोनेशिया से पामतेल का आयात करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। सरकार ने अनौपचारिक रूप से हमें नहीं खरीदने को बोला है तो तेलशोधक कंपनियां जोखिम क्यों मोल लेंगी।’’
सूत्रों ने कहा कि पाम ऑयल के बजाय घरेलू आपूर्ति को बढ़ाने के लिए भारत सोयाबीन और सूरजमुखी के तेल के आयात को बढ़ाने के बारे में सोच सकता है। मलेशियाई प्रधान मंत्री महाथिर बिन मोहम्मद ने कथित तौर पर कहा था, ‘‘मुझे यह देखकर खेद है कि भारत, जो एक धर्मनिरपेक्ष राज्य होने का दावा करता है, अब कुछ मुसलमानों को उनकी नागरिकता से वंचित करने की कार्रवाई कर रहा है।’’
उन्होंने कहा कि अगर यह काम हम यहां करें तो आप जानते हैं कि क्या होगा। अराजकता होगी, अस्थिरता होगी और हर किसी को परेशानी झेलनी पड़ सकती है।’’ इससे पहले, महाथिर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में कहा था कि भारत ने कश्मीर पर आक्रमण और कब्जा" किया है।