लाइव न्यूज़ :

Hijab Row: अमेरिका-PAK की टिप्पणी पर भारत का जवाब, कहा- आंतरिक मुद्दों पर "प्रेरित टिप्पणियों" का स्वागत नहीं किया जाएगा

By मनाली रस्तोगी | Updated: February 12, 2022 16:05 IST

संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और पाकिस्तान ने कर्नाटक हिजाब विवाद पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि देश आंतरिक मुद्दों पर "प्रेरित टिप्पणियों" का स्वागत नहीं करता है।

Open in App
ठळक मुद्देहाल ही में पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को हिजाब विवाद पर अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए तलब किया थाइस्लामाबाद ने एक बयान में कहा था कि वह "कर्नाटक में आरएसएस-भाजपा गठबंधन द्वारा चलाए जा रहे हिजाब विरोधी अभियान" से चिंतित हैसंयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और पाकिस्तान ने कर्नाटक हिजाब विवाद पर टिप्पणी की थी, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय का बयान सामने आया है

नई दिल्ली: कर्नाटक हिजाब विवाद पर संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका और पाकिस्तान ने टिप्पणी की थी, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि देश आंतरिक मुद्दों पर "प्रेरित टिप्पणियों" का स्वागत नहीं करता है। मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ड्रेस कोड से संबंधित मामला न्यायिक जांच के अधीन है और मुद्दों को संवैधानिक ढांचे और तंत्र के माध्यम से हल किया जाता है। 

मंत्रालय ने कहा, "कर्नाटक के कुछ शैक्षणिक संस्थानों में ड्रेस कोड से संबंधित मामला माननीय कर्नाटक उच्च न्यायालय द्वारा न्यायिक परीक्षण के अधीन है। हमारा संवैधानिक ढांचा और तंत्र, साथ ही साथ हमारे लोकतांत्रिक लोकाचार और राजनीति, ऐसे संदर्भ हैं जिनमें मुद्दों पर विचार किया जाता है और उनका समाधान किया जाता है। जो लोग भारत को अच्छी तरह जानते हैं, उन्हें इन वास्तविकताओं की उचित समझ होगी। हमारे आंतरिक मुद्दों पर प्रेरित टिप्पणियों का स्वागत नहीं किया जाएगा।"

बता दें कि शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता के लिए अमेरिकी राजदूत राशद हुसैन ने कहा था कि कर्नाटक को स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध नहीं लगाना चाहिए क्योंकि यह "धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है।" राजनयिक ने ट्वीट ने ट्वीट करते हुए लिखा था, "धार्मिक स्वतंत्रता में किसी को भी धार्मिक पोशाक चुनने की इजाजत होती है। कर्नाटक को धार्मिक कपड़ों की अनुमति का निर्धारण नहीं करना चाहिए। स्कूलों में हिजाब पर प्रतिबंध धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन करता है और महिलाओं व लड़कियों को कलंकित और हाशिए पर रखता है।"

मालूम हो, इससे पहले पाकिस्तान ने भारतीय राजनयिक को हिजाब विवाद पर अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए तलब किया था, जिसमें भारत पर "धार्मिक असहिष्णुता, नकारात्मक रूढ़िवादिता और मुसलमानों के खिलाफ भेदभाव" का आरोप लगाया था। इस्लामाबाद ने एक बयान में कहा था कि वह "कर्नाटक में आरएसएस-भाजपा गठबंधन द्वारा चलाए जा रहे हिजाब विरोधी अभियान" से चिंतित है।

टॅग्स :कर्नाटक हिजाब विवादKarnataka High Courtअमेरिकापाकिस्तानForeign Ministry
Open in App

संबंधित खबरें

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

विश्व'इमरान खान ज़िंदा और ठीक हैं': पाकिस्तान के पूर्व पीएम की बहन ने रावलपिंडी की अदियाला जेल में उनसे मिलने के बाद दिया बयान | VIDEO

भारत अधिक खबरें

भारतमहाराष्ट्र महागठबंधन सरकारः चुनाव से चुनाव तक ही बीता पहला साल

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित