भारत ने पाकिस्तान को सुनाई दो टूक, कहा- आतंक और हिंसा मुक्त दक्षिण एशिया के लिए काम करे पाक की नई सरकार
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: August 30, 2018 11:41 IST2018-08-30T08:56:48+5:302018-08-30T11:41:29+5:30
भारत ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। पाकिस्तान के द्वारा बार-बार कश्मीर का राग अलापने के चलते संयुक्त राष्ट्र में खरी-खोटी सुनाई है।

भारत ने पाकिस्तान को सुनाई दो टूक, कहा- आतंक और हिंसा मुक्त दक्षिण एशिया के लिए काम करे पाक की नई सरकार
भारत ने पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया है। पाकिस्तान के द्वारा बार-बार कश्मीर का राग अलापने के चलते संयुक्त राष्ट्र में खरी-खोटी सुनाई है। संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने गुरुवार को पाकिस्तान को कहा है कि शांतिप्रद कॉन्टेंट होना जरूरी है।
उन्होंने कहा है कि मैं पाकिस्तान को याद दिलाना चाहता हूं कि स्थिर समाधान के लिए सोच में शांतिप्रद इरादा और ऐक्शन में शांतिप्रद कॉन्टेंट का होना जरूरी है। इतना ही नहीं उन्होंने कहा है कि अलग-थलग पड़े डेलिगेशन ने भारत के अभिन्न हिस्से का बार-बार अनुचित जिक्र किया है।
We remind Pakistan, the one isolated delegation that made unwarranted references to an integral part of India, that pacific settlement requires pacific intent in thinking & pacific content in action: Syed Akbaruddin,India’s Permanent Representative to the United Nations pic.twitter.com/vnqp0oJgbD
— ANI (@ANI) August 30, 2018
उन्होंने कहा कि हमें आशा है कि पाकिस्तान की नई सरकार पोलमिक्स में शामिल होने के बजाय, एक सुरक्षित, स्थिर, सुरक्षित और विकसित दक्षिण एशियाई क्षेत्र, आतंक और हिंसा से मुक्त बनाने के लिए रचनात्मक रूप से काम करें।
We hope the new government of Pakistan will, rather than indulge in polemics, work constructively to build a safe, stable, secure and developed South Asian region, free of terror and violence: Syed Akbaruddin,India’s Permanent Representative to the United Nations pic.twitter.com/pTDloaAyEA
— ANI (@ANI) August 30, 2018
भारत की ओर से पेश किया गया ये बयान पाकिस्तान की नई सरकार के लिए अहम होगा। बीते कई दिनों सीमा से लेकर हर रूप में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव देखा जा रहा है। ऐसे में कश्मीर का नाम लिए बगैर अकबरुद्दीन ने कहा कि एक असफल अप्रोच को बार-बार अपनाना (जो काफी समय पहले ही अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा खारिज किया जा चुका है) न तो शांतिप्रद इरादे को और न ही शांतिप्रद कॉन्टेंट को जाहिर करता है।
उन्होंने आगे कहा कि हम पाकिस्तान की नई सरकार से उम्मीद करते हैं कि वह वाद-विवाद में फंसे बिना सुरक्षित, स्थिर और विकसित दक्षिण एशियाई क्षेत्र का निर्माण करने के लिए सकारात्मक रूप से काम करेगी। भारतीय प्रतिनिधि ने पड़ोसी मुल्क से क्षेत्र को आतंकवाद और हिंसा से मुक्त करने की दिशा में काम करने की भी उम्मीद जताई।
Regurgitating a failed approach, which has long been rejected, is neither
— ANI (@ANI) August 30, 2018
reflective of pacific intent nor a display of pacific content: Syed Akbaruddin,India’s Permanent Representative to the United Nations https://t.co/Al7TrCPaOy
दोनों देशों में इन दोनों किसी भी तरह की अहम बातचीत बंद है। इमरान खान के पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनने के बाद यह भारत और पाकिस्तान में पहली बातचीत है।