देश को बाहरी नहीं बल्कि अंदरूनी दुश्मनों से है ज्यादा खतरा- सरदार पटेल की जयंती पर बोले पीएम मोदी
By भाषा | Published: October 31, 2022 12:37 PM2022-10-31T12:37:31+5:302022-10-31T12:59:59+5:30
सरदार पटेल की जयंती पर बोले पीएम मोदी ने गुजरात में कहा, ‘‘हमारे देश की एकता दुश्मनों की आंखों को खटकती हैं। सिर्फ आज ही नहीं, बल्कि हजारों सालों से और हमारी गुलामी के दौर में भी सभी विदेशी हमलावरों ने इस एकता को तोड़ने के लिए वह सब कुछ किया जो वे करना चाहते थे।’’
गांधीनगर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत के दुश्मन देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, लिहाजा इस तरह के प्रयासों के खिलाफ हिन्दुस्तान को दृढ़ता से खड़ा होना चाहिए। आपको बता दें कि देश के पहले गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती ‘‘राष्ट्रीय एकता दिवस’’ के अवसर पर प्रधानमंत्री ने यहां उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
पीएम मोदी ने रविवार को क्या कहा
पीएम मोदी ने रविवार को गुजरात के मोरबी में पुल टूट जाने से हुए हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना भी प्रकट की।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं एकता नगर में हूं लेकिन मेरा मन मोरबी के पीड़ितों से जुड़ा है। शायद ही जीवन में मैंने बहुत कम ऐसी पीड़ा अनुभव की होगी। एक तरफ करूणा से भरा पीड़ित दिल है तो दूसरी ओर कर्त्तव्य पथ है। जिन लोगों को अपना जीवन गंवाना पड़ा हैं, मैं उनके परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं।’’
मोरबी हादसे में अब तक 132 लोगों की मौत हुई
इस हादसे में कम से कम 132 लोगों की मौत हो गई। यह पुल करीब एक सदी पुराना था और मरम्मत एवं नवीनीकरण कार्य के बाद हाल ही में इसे जनता के लिए खोला गया था। पटेल की जयंती ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ के रूप में मनाई जाती है। मोदी ने कहा कि भारत के लिए, इसकी एकता कभी भी एक आवश्यकता नहीं रही है बल्कि यह इसकी विशिष्टता रही है।
Like in the past, forces that were perturbed due to India's progress exist today too. They make attempts to break & divide us. Narratives are created to pit us against each other in the name of castes. Attempts are made to divide us in the name of regions:PM Modi in Kevadiya, Guj pic.twitter.com/THro8MVyDw
— ANI (@ANI) October 31, 2022
दुश्मनों की आंखों में खटकती हैं देश की एकता- पीएम मोदी
उन्होंने कहा, ‘‘हमारे देश की एकता दुश्मनों की आंखों को खटकती हैं। सिर्फ आज ही नहीं, बल्कि हजारों सालों से और हमारी गुलामी के दौर में भी सभी विदेशी हमलावरों ने इस एकता को तोड़ने के लिए वह सब कुछ किया जो वे करना चाहते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘उस लंबे समय में जो जहर फैलाया गया था, उसके कारण आज भी देश को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हमने देश का विभाजन देखा और दुश्मनों को इसका फायदा उठाते भी देखा।’’
ये ताकतें कई रूप में देती है दस्तक- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि अतीत की तरह ही भारत के उत्थान से परेशान होने वाली ताकतें आज भी मौजूद हैं और जातियों के नाम पर लड़ाने के लिए तरह-तरह की धारणाएं गढ़ी जाती हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘इतिहास को भी ऐसे पेश किया जाता हैं कि जिससे देश जुड़े नहीं, बल्कि और दूर हो जाएं। कई बार ये ताकत, गुलामी की मानसिकता के रूप में हमारे अंदर घर कर जाती है। कई बार ये तुष्टिकरण के रूप में, कभी परिवारवाद के रूप में, कभी लालच और भ्रष्टाचार के रूप में दरवाजे तक दस्तक दे देती है। जो देश को बांटती और कमजोर करती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत मां के सपूत होने के नाते हमें ऐसी ताकतों को जवाब देना है। हमें एकजुट रहना है।’’