भारतीय वायुसेना और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) ने आसमान में भारत की ताकत का इजाफा करते हुए बुधवार (18 सितंबर) को दृश्य रेंज से परे हवा से हवा में मार करने वाली 'अस्त्र' मिसाइल का सफलतापूर्वक तीसरा परीक्षण किया। डीआरडीओ के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल अत्याधुनिक लड़ाकू विमान सुखोई-एमकेआई के जरिये अस्त्र मिसाइल का परीक्षण किया जा रहा है। वायुसेना ने सोमवार (16 सितंबर) से अस्त्र मिसाइल का परीक्षण शुरू किया था। बुधवार को इसका तीसरा परीक्षण किया गया । बुधवार को मिसाइल ने हमला करने की अधिकतम रेंज 90 किलोमीटर का इस्तेमाल करते हुए ओडिशा के पास लाइव एरियल टारगेट को सफलतापूर्वक भेद दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अस्त्र मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी मॉडल है और इसे डीआरडीओ विकसित कर रहा है। इसे ऑल वेदर मिसाइल यानी किसी भी मौसम में इस्तेमाल की जाने वाली मिसाइल के तौर पर विकसित किया जा रहा है। बीते सोमवार को इस मिसाइल का परीक्षण ओडिशा में समुद्र तट से दूर बंगाल की खाड़ी में किया गया था।
सोमवार को भी मिसाइल ने टारगेट को सफलतापूर्वक और सटीक रूप से भेदा था। सूत्रों की मानें तो डीआरडीओ 300 किलोमीटर रेंज की अस्त्र मिसाइल का नया वर्जन विकसित करने पर काम कर रहा है।