इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए और करना होगा इंतजार, डीजीसीए ने इस दिन तक कैंसिल की सभी उड़ानें
By सुमित राय | Published: July 3, 2020 10:53 PM2020-07-03T22:53:18+5:302020-07-03T23:50:59+5:30
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए डीजीसीए ने इंटरनेशनल फ्लाइटों को 31 जुलाई तक कैंसिल कर दिया है।
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के बीच एविएशन रेग्युलेटर डीजीसीए ने इंटरनेशनल फ्लाइटों को 31 जुलाई तक कैंसिल कर दिया है। इससे पहले डीजीसीए ने 26 जून को सर्कुलर जारी कर कहा था कि 15 जुलाई तक इंटरनेशनल उड़ानों पर रोक रहेगी।
डीजीसीए ने कहा है कि इंटरनेशनल फ्लाइटें 31 जुलाई तक रद्द कर दी गई है, हालांकि कुछ सेलेक्टेड रूट पर उड़ानों की अनुमति दी जा सकती है, लेकिन यह केस-टू-केस डिसाइड किया जाएगा। इसके अलावा वंदे भारत मिशन के तहत विदेशों में फंसे भारतीयों को लाने का काम जारी रहेगा।
23 मार्च से इंटरनेशनल फ्लाइटों पर है रोक
कोरोना वायरस महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए लगाए गए लॉकडाउन के कारण भारत में इंटरनेशनल फ्लाइटों पर 23 मार्च से रोक लगी है। वहीं 25 मार्च से घरेलू उड़ानों पर भी रोक लगी थी, जो 25 मई से शुरू हो चुकी है।
इंटरनेशनल फ्लाइट के लिए दूसरे देश की चाहिए अनुमति
इससे पहले केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा था कि इंटरनेशनल फ्लाइटों को फिर से शुरू करने के लिए भारत दूसरे देशों पर निर्भर है। इसके लिए सभी पहलूओं पर विचार किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को शुरू करना दूसरे देशों पर भी निर्भर करता है, ताकि दूसरे देश फ्लाइट्स को रिसीव करने के लिए खुले हों।
वंदे भारत मिशन के तहत अब तक 5.03 लाख भारतीय वतन लौटे
सात मई से शुरू हुए 'वंदे भारत' अभियान के तहत 5.03 लाख से अधिक भारतीय वतन लौटे हैं। इस अभियान के तहत 137 देशों में फंसे हुए भारतीय नागरिकों को लाया गया। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी देते हुए बताया कि शुरू में सिर्फ दो लाख फंसे हुए भारतीयों को वापस लाने का लक्ष्य था लेकिन इतनी बड़ी संख्या को देखते हुए यह बहुत बड़ी उपलब्धि है।
देश में 6.25 लाख से ज्यादा लोग हो चुके हैं संक्रमित
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देशभर में 625544 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 18213 लोगों की मौत हो चुकी है। भारत कोविड-19 से अब तक 379891 लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि एक व्यक्ति देश से बाहर जा चुका है और देश में 227439 एक्टिव केस मौजूद हैं।