नई दिल्ली: भारत ने बुधवार (17 जून) को 8वीं बार संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) का अस्थाई सदस्य चुना गया है। भारत ने यह चुनाव निर्विरोध जीता है। निर्विरोध चुने जाने के बाद भारत अब 2021-22 कार्यकाल के लिए संयुक्त राष्ट्र की सर्वोच्च संस्था का अस्थाई सदस्य बन जाएगा। भारत 2021-22 कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से अस्थाई सीट के लिए उम्मीदवार था। भारत की जीत इसलिए पक्की मानी जा रही थी क्योंकि वह इस सीट के लिए एकमात्र उम्मीदवार था। पिछले साल 2019 के जून में चीन और पाकिस्तान सहित 55 सदस्यीय एशिया-प्रशांत समूह ने सर्वसम्मति से भारत की उम्मीदवारी का समर्थन किया था।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने अपने 75वें सत्र के लिए अध्यक्ष, सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्यों और आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के सदस्यों के लिए चुनाव कराया था। इस मौके पर भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कहा कि इस परिषद में भारत की मौजूदगी से ''वसुधैव कुटुम्बकम'' के प्रचार को विश्व तक पहुंचाया जा सकेगा।
भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कहा, संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने भारी समर्थन के साथ 2021-22 के लिए सुरक्षा परिषद की गैर-स्थायी सीट के लिए भारत का चुनाव किया। भारत को 192 में से 184 वैध वोट मिले हैं।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) हर साल दो वर्ष के कार्यकाल के लिए कुल 10 में से पांच अस्थाई सदस्यों का चुनाव करती है। बता दें कि ये 10 अस्थाई सीटें क्षेत्रीय आधार पर बांटा जाता है। इसमें से 5 सीटें अफ्रीका और एक एशियाई देशों के लिए, एक पूर्वी यूरोपीय देशों, दो लातिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों और दो पश्चिमी यूरोपीय और अन्य राज्यों के लिए बांटी जाती हैं। परिषद में चुने जाने के लिए उम्मीदवार देशों को सदस्य देशों के दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होती है।
अमेरिका ने किया भारत का स्वागत
अमेरिका ने भारत की जीत पर कहा, हम भारत का गर्मजोशी से स्वागत करते हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सफल चुनाव के लिए बधाई देते हैं। अमेरिका की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि हम अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के मुद्दों पर साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं, जो भारत और अमेरिका के बीच सहभागिता की वैश्विक रणनीति है।