जीडीपी, मुद्रास्फीति, बेराजगारी को लेकर कपिल सिब्बल ने की चीन और भारत की तुलना, पेश किए आंकड़े
By मनाली रस्तोगी | Updated: April 20, 2023 11:26 IST2023-04-20T09:40:44+5:302023-04-20T11:26:22+5:30
संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार भारत की आबादी बढ़कर 142.86 करोड़ हो गई है और वह चीन को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है. ऐसे में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भारत की आबादी को लेकर ट्वीट किया.

(फाइल फोटो)
नई दिल्ली: संयुक्त राष्ट्र के आंकड़ों के अनुसार भारत की आबादी बढ़कर 142.86 करोड़ हो गई है और वह चीन को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन गया है. संयुक्त राष्ट्र के विश्व जनसंख्या 'डैशबोर्ड' (मंच) के अनुसार, चीन की आबादी 142.57 करोड़ है. ऐसे में राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने भारत की आबादी को लेकर ट्वीट करते हुए कहा कि देश अपने पड़ोसी मुल्क से सिर्फ आबादी में आगे है.
उन्होंने गुरुवार को ट्वीट करते हुए लिखा, "भारत चीन से आगे जनसंख्या: भारत- 142.86 करोड़, चीन- 142.57 करोड़. अन्य संकेतक (2021)
विश्व बैंक डेटा: सकल घरेलू उत्पाद चीन: 17.73 खरब डॉलर, भारत: 3.18 खरब डॉलर, बेरोजगारी: चीन: 4.8 प्रतिशत, भारत: 7.7 प्रतिशत. वार्षिक मुद्रास्फीति (उपभोक्ता कीमतें): चीन: 1 प्रतिशत, भारत: 5.1 प्रतिशत. इसके बारे में सोचें!"
India ahead of China
— Kapil Sibal (@KapilSibal) April 20, 2023
Population :
India 1428 mn
China 1425 mn
Other indicators(2021)
World Bank Data :
GDP
China : $17.73 trillion
India : 3.18 trillion
Unemployment:
China : 4.8%
India: 7.7%
Annual inflation
(consumer prices) :
China : 1%
India : 5.1%
Think about it !
वैश्विक स्तर पर आबादी के आंकड़े 1950 से एकत्र किए जा रहे हैं और पहली बार भारत सबसे अधिक आबादी वाले देशों की संयुक्त राष्ट्र सूची में शीर्ष पर है. संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या संभावना 2022 के अनुसार, 1950 में भारत की जनसंख्या 86.1 करोड़ थी जबकि चीन की जनसंख्या 114.4 करोड़ थी. भारत की आबादी 2050 तक बढ़कर 166.8 करोड़ होने की उम्मीद है, जबकि चीन की जनसंख्या घटकर 131.7 करोड़ हो सकती है.
रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद सबसे धीमी दर से बढ़ रही है, जो 2020 में एक प्रतिशत से कम हो गई है. विश्व जनसंख्या संभावना 2022 के अनुसार, भारत की आबादी पिछले साल 141.2 करोड़ थी, जबकि चीन की आबादी 142.6 करोड़ थी. रिपोर्ट के अनुसार, 15 नवंबर को वैश्विक आबादी के आठ अरब तक पहुंचने का अनुमान है.