हिंसाग्रस्त मणिपुर में 15 अगस्त से पहले बढ़ाई गई सुरक्षा, चप्पे-चप्पे पर की जा रही निगरानी
By अंजली चौहान | Published: August 13, 2023 08:30 PM2023-08-13T20:30:55+5:302023-08-13T20:34:05+5:30
मणिपुर में स्वतंत्रता दिवस को देखते हुए सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
इंफाल: जातीय हिंसा का शिकार भारत का पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में स्वतंत्रता दिवस से पहले सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। राज्य के संवेदनशील इलाकों में सुरक्षाबलों के गश्त को बढ़ा दिया गया है वहीं, 15 अगस्त के दौरान किसी तरह की अप्रिय घटना से बचने के लिए राज्य में पूरी तरह से सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए पुलिस मुश्तैद है।
अधिकारियों के अनुसार, राज्य में तैनात पुलिस और सुरक्षा बलों को स्वतंत्रता दिवस समारोह सुचारू रूप से संपन्न कराने के लिए गश्त और वाहनों की जांच बढ़ाने का निर्देश दिया गया है।
वहीं, इससे पहले स्वतंत्रता दिवस समारोह के बहिष्कार और बंद को लेकर प्रमुख उग्रवादी संगठन ने ऐलान किया है। इसी हफ्ते की शुरुआत में इम्फाल घाटी स्थित उग्रवादी संगठनों के समूह, समन्वय समिति (कोरकॉम) ने स्वतंत्रता दिवस समारोहों के बहिष्कार का आह्वान किया था। इसने लोगों से घर के अंदर रहने और तिरंगा नहीं फहराने का भी ऐलान किया।
जानकारी के अनुसार, छत्र संगठन ने उस दिन साढ़े 17 घंटे का बंद भी बुलाया था। यह मंगलवार को दोपहर 1 बजे से शुरू होगा और शाम 6.30 बजे समाप्त होगा। चिकित्सा आपात स्थिति, जल आपूर्ति, अग्निशमन सेवाओं, मीडिया और सामाजिक और धार्मिक कार्यों सहित आवश्यक सेवाओं को बंद के दायरे से मुक्त रखा गया है।
कोरकॉम के तहत उग्रवादी संगठनों में कांगलेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी, कांगलेई यावोल कन्ना लुप, पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेईपाक, रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट, पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेईपाक-प्रोग्रेसिव, पीपुल्स लिबरेशन आर्मी और यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट शामिल हैं। ये संगठन मणिपुर के लिए संप्रभुता की मांग कर रहे हैं।
मालूम हो कि मणिपुर में 3 मई से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय झड़पें हो रही हैं, जिसमें लगभग 160 लोग मारे गए हैं और 50,000 से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं।
कुकी समुदाय को ले जा रहे ऑटो में लगाई आग
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, शनिवार को इंफाल पूर्वी जिले के पोरोम्पैट पांगल लेइराक इलाके में अज्ञात बदमाशों ने एक ऑटो-रिक्शा में आग लगा दी।
बताया गया है कि वाहन का चालक कुछ कुकी निवासियों के लिए सामान ले जा रहा था, तभी भीड़ ने उसे रोक लिया और जला दिया। घटना में किसी को चोट नहीं आई।