स्वतंत्रता दिवसः 2 करोड़ बेघर को घर, 15 करोड़ घरों में पीने का पानी और हर तीन लोकसभा क्षेत्र के बीच एक मेडिकल कॉलेज
By भाषा | Published: August 15, 2019 04:30 PM2019-08-15T16:30:25+5:302019-08-15T16:30:25+5:30
लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में गांवों में डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर और स्वास्थ्य केंद्र, हर तीन लोकसभा के बीच एक मेडिकल कॉलेज, दो करोड़ से अधिक गरीब लोगों के लिए घर बनाने हैं। साथ ही हमें 15 करोड़ घरों में पीने का पानी पहुंचाना है।’’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बृहस्पतिवार को 2022 तक देश को विकास की नई ऊंचाई पर ले जाने और लोगों के जीवन-स्तर में सुधार के इरादे से आधुनिक सुविधाओं वाले वेलनेस सेंटर के साथ स्वास्थ्य केंद्र बनाने, हर तीन लोकसभा के बीच चिकित्सा कॉलेज बनाने तथा दो करोड़ से अधिक गरीब व बेघर परिवारों के लिये मकान बनाने जैसे महत्वपूर्ण लक्ष्य तय किये।
स्वतंत्रता दिवस समारोह के मौके पर लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘आने वाले दिनों में गांवों में डेढ़ लाख वेलनेस सेंटर और स्वास्थ्य केंद्र, हर तीन लोकसभा के बीच एक मेडिकल कॉलेज, दो करोड़ से अधिक गरीब लोगों के लिए घर बनाने हैं। साथ ही हमें 15 करोड़ घरों में पीने का पानी पहुंचाना है।’’
अन्य लक्ष्यों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘सवा लाख किलोमीटर ग्रामीण सड़कें बनानी हैं। हर गांव को ब्राडबैंड कनेक्टिविटी, आप्टकिल फाइबर नेटवर्क से जोड़ना है, 50 हजार से ज्यादा नये स्टार्टअप का जाल बिछाना है। इसके लिये आजादी के 75 साल बहुत बड़ी प्रेरणा है।’’
Prime Minister Narendra Modi on #IndiaIndependenceDay: Before the elections in 2013-2014 I went all over the country in order to try to understand the feelings of the people. There was disappointment on everyone's face, people used to think can this country change? pic.twitter.com/BAuQpCE3Vn
— ANI (@ANI) August 15, 2019
वर्ष 2022 में देश आजादी की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा। मोदी ने कहा, ‘‘हमें सभी की भागीदारी के साथ देश को आगे बढ़ाना है। हमें देश में बदलाव लाना है...।’’ लोगों के जीवन को सरल बनाने पर जोर देते हुए उन्होंने यह भी कहा, ‘‘हमें ऐसा परिवेश बनाना होगा जिसमें रोजमर्रा की जिंदगी में सरकारों का सामान्य नागरिक के जीवन में दखल कम हो और लोगों के लिये अपनी जिंदगी के निर्णय करने और आगे बढ़ने के लिये सारे रास्ते खुले हों...उन पर सरकार का दबाव नहीं हो लेकिन मुसीबत के समय सरकार का अभाव भी नहीं दिखे।’’
विकास के अपने नजरिये को स्पष्ट करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘देश अब विकास के लिये बहुत इंतजार नहीं कर सकता है। हमें प्रगति चाहिए लेकिन वह धीरे-धीरे नहीं हो। हमें लंगी छलांग लगानी होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘भारत को वैश्विक मानकों के बराबर लाने के हमें आधुनिक बुनियादी ढांचा करना होगा...इसके लिये हम 100 लाख करोड़ रुपये निवेश करेंगे। इससे रोजगार भी बढ़ेगा और जीवन में नई व्यवस्थाएं विकसित होंगी।’’