Independence Day 2020: आजादी के बाद लाल किला पर 15 नहीं 16 अगस्त को पहली बार फहरा था तिरंगा, पढ़ें 10 दिलचस्प बातें
By विनीत कुमार | Updated: August 15, 2020 06:19 IST2020-08-15T06:19:38+5:302020-08-15T06:19:38+5:30
Independence Day 2020: भारत आज अपना 74वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। भारत की आजादी के साथ कई ऐसे रोचक किस्से भी जुड़े हैं जिसे जानना बेहद जरूरी है। पढ़िए, भारत की आजादी से जुड़े 10 रोचक तथ्य

Independence Day 2020: भारत की आजादी से जुड़े रोचक किस्से (फाइल फोटो)
Independence Day 2020: भारत में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाया जाता है। यही वो दिन था जब भारत करीब 200 साल की ब्रिटिश गुलामी से आजाद हुआ। ये आज की दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की एक नई शुरुआत थी। देश की आजादी में महात्मा गांधी के अहिंसात्मक आंदोलन से लेकर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद के क्रांतिकारी विचारों का अहम योगदान रहा।
इस बात की कल्पना करना अपने आप में बेहद रोमांचक करने वाला है जब सालों के संघर्ष के बाद देश को आजादी मिली होगी तो उस समय क्या माहौल रहा होगा। आजादी के साथ बंटवारा भी आया और इसने कई लोगों को न भूलने वाला दर्द भी दिया। बहरहाल, ये तय था कि ये नई शुरुआत थी लेकिन इससे जुड़े कई दिलचस्प किस्से भी हैं। आईए, हम आपको स्वतंत्रता दिवस से जुड़ी 10 रोचक बातें बताते हैं
1. हम जानते हैं कि 15 अगस्त की सुबह भारत के प्रधानमंत्री लाल किला पर झंडा फहराते हैं। ये परंपरा सालों से चली आ रही है। हालांकि, क्या आपको पता है कि लेकिन 15 अगस्त, 1947 को ऐसा कुछ भी नहीं हुआ था। लोकसभा सचिवालय के एक शोध पत्र के मुताबिक देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने आजादी के अगले दिन यानी 16 अगस्त, 1947 को लाल किले पर झंडा फहराया था।
2. भारत को 15 अगस्त, 1947 को आजादी मिली। 16 अगस्त को लाल किले पर तिरंगा झंडा फहराया गया, लेकिन तब देश का कोई राष्ट्रगान नहीं था।
3. वर्तमान राष्ट्रगान 'जन गण मन' रवींद्रनाथ टैगोर ने साल 1911 में लिखा था लेकिन आजादी के समय इसे इसे राष्ट्रगान का दर्जा नहीं मिला था। साल 1950 में जाकर राष्ट्रगान बना और फिर इसे तिरंगा फहराने के बाद गाने की परंपरा शुरू हुई।
4. देश की आजादी की जब भी बात होती है तो जवाहर लाल नेहरू की ओर से आधी रात को दिए ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टनी' की भी चर्चा जरूर होती है। इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना लेकिन गांधी जी ने इसे नहीं सुना था। गांधी जी 14 अगस्त की रात 9 बजे ही सोने चले गए थे।
5. ये भी दिलचस्प तथ्य है कि 15 अगस्त तक भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा रेखा का निर्धारण नहीं हुआ था। 17 अगस्त को आखिरकार रेडक्लिफ लाइन की घोषणा से ये तय हुआ।
6. महात्मा गांधी आजादी की निश्चित तिथि से करीब दो सप्ताह पहले दिल्ली छोड़ कर चले गए थे। वे पहले कश्मीर गए और फिर कोलकाता चले गए, जहां पिछले कई दिनों दंगा चल रहा था।
7. 15 अगस्त, 1947 के दिन बापू बंगाल के नोआखली में थे। वे उस दिन हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच दंगो को रोकने के लिए अनशन कर रहे थे।
8. भारत 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाता है। इसी दिन तीन और देश भी आजादी का जश्न मनाते हैं। दक्षिण कोरिया जापान से 15 अगस्त, 1945 को आजाद हुआ। ब्रिटेन से बहरीन 15 अगस्त, 1971 को और फ्रांस से कांगो 15 अगस्त, 1960 को आजाद हुआ था।
9. ये भी जानना दिलचस्प है कि भारत और पाकिस्तान असल में 14 अगस्त की ही रात 12 बजे ब्रिटिश सत्ता से आजाद हुए। पाकिस्तान हालांकि अपना स्वतंत्रता दिवस एक दिन पहले 14 अगस्त को मनाता है। इसे लेकर कई अलग-अलग बातें हैं। जानकारों के अनुसार साल 1948 में पाकिस्तान में आजादी की तारीख को 14 अगस्त कर दिया गया था। कुछ इतिहासकारों का मानना है कि 14 अगस्त को ही वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन ने पाकिस्तान को सत्ता हस्तांतरित कर दिया था। इसलिए बाद में पाकिस्तान के स्वतंत्रता दिवस की तारीख 14 अगस्त ही कर दी गई।
10. ये भी तथ्य है कि लॉर्ड माउंटबेटन ने निजी तौर पर भारत की स्वतंत्रता के लिए 15 अगस्त का दिन तय किया। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन को वह अपने कार्यकाल के लिए बेहद सौभाग्यशाली मानते थे। दरअसल, दूसरे विश्व युद्ध के दौरान 15 अगस्त 1945 को जापान ने मित्र राष्ट्रों के सामने आत्मसमर्पण किया था।

