नयी आबकारी नीति में आदिवासियों को महुआ से शराब बनाने व बेचने का अधिकार दिया जाएगा: चौहान

By भाषा | Updated: November 22, 2021 22:52 IST2021-11-22T22:52:09+5:302021-11-22T22:52:09+5:30

In the new excise policy, tribals will be given the right to make and sell liquor from Mahua: Chouhan | नयी आबकारी नीति में आदिवासियों को महुआ से शराब बनाने व बेचने का अधिकार दिया जाएगा: चौहान

नयी आबकारी नीति में आदिवासियों को महुआ से शराब बनाने व बेचने का अधिकार दिया जाएगा: चौहान

मंडला (मप्र), 22 नवंबर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को कहा कि उनकी सरकार नयी आबकारी नीति बना रही है, जिसमें जनजातीय वर्ग पारंपरिक रूप से महुआ से शराब बना पाएगा। उन्होंने कहा कि इस ''हेरिटेज शराब'' को बेचने का अधिकार भी जनजातियों को दिया जाएगा।

चौहान ने मंडला जिले के रामनगर में जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन समारोह को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘एक नयी आबकारी नीति आ रही है। महुआ से अगर कोई भाई-बहन परंपरागत रूप से शराब बनाता है, तो वह अवैध नहीं होगी। हेरिटेज शराब के नाम पर वह शराब की दुकानों पर भी बेची जाएगी। हम उसको भी आदिवासी आमदनी का जरिया बनाएंगे।’’

उन्होंने कहा, ‘‘परंपराओं के निर्वाह के लिये (आदिवासी) इसे बनाया जा सकता है। अगर वे परंपरागत रूप से (महुआ की शराब) बनाते हैं तो बेचने का भी अधिकार उनको होगा और सरकार बाकायदा वैधानिक मान कर यह अधिकार देगी।’’

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर साल 15 नवंबर को पूरे देश में जनजातीय गौरव दिवस मनाने तथा एक सप्ताह तक जनजातीय गौरव के विभिन्न कार्यक्रम देश के कोने-कोने में आयोजित किये जाने का निर्णय लिया है और भोपाल से इस अभियान की शुरूआत की गई।

उन्होंने कहा, ‘‘आज मंडला में जनजातीय गौरव दिवस सप्ताह का समापन हो रहा है। यह आयोजन जनजातियों की जिंदगी बदलने का अभियान है। जनजातियों का आर्थिक, सामाजिक एवं शैक्षणिक सशक्तिकरण किया जाएगा।’’

चौहान ने कार्यक्रम स्थल से 600 करोड़ रूपये से अधिक की लागत वाले विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। उन्होंने आदिवासियों को कई सौगात देते हुए कहा कि जनजातीय वर्ग को सामुदायिक वन प्रबंधन का अधिकार दिया जाएगा, वे जंगल लगाएंगे तथा उसकी लकड़ी एवं फल पर उनका ही अधिकार होगा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना में उन्हें आवासीय भूमि अधिकार-पत्र प्रदान किये जाएंगे।

चौहान ने कहा कि जनजातीय समुदाय को प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिये रेत मुफ्त में प्रदान की जाएगी। उन्होंने कहा कि अगले वर्ष से तेंदूपत्ता बेचने का अधिकार जनजातियों को दिए जाने पर विचार किया जा रहा है। यह कार्य वन समितियों के माध्यम से किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस एवं सेना की भर्ती के लिए जनजातीय युवाओं को प्रशिक्षण दिलावाया जाएगा। साथ ही हर घर तक नल के माध्यम से पानी पहुंचाया जाएगा। चौहान ने कहा कि मंडला में मेडिकल कॉलेज खोला जाएगा, जिसका नाम राजा हृदय शाह मेडिकल कॉलेज होगा।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने आज किला वार्ड मंडला में जनजातीय गौरव सप्ताह के समापन अवसर पर जनजातीय अमर शहीदों राजा शंकर शाह एवं रघुनाथ शाह की प्रतिमा स्थल का भूमि-पूजन किया। प्रतिमा स्थापना का कार्य 50 लाख रुपये की लागत से होगा।

उल्लेखनीय है कि गोंडवाना राजवंश के राजा शंकर शाह एवं उनके पुत्र रघुनाथ शाह ने अंग्रेजों के विरूद्ध विद्रोह का नेतृत्व किया था। उन्होंने जबलपुर स्थित ब्रिटिश सेना को विद्रोह करने के लिए प्रेरित किया था। 18 सितम्बर 1857 को रघुनाथ शाह अपने पिता शंकर शाह के साथ वीरगति को प्राप्त हुए थे।

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