देश में कोरोना के मामले दिन पर दिन तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। वहीं कोरोना से मरने वालों की संख्या भी 22,123 तक पहुंच चुकी है। ऐसे में कोरोना से मरने वाले शव को लेकर आए दिन तस्वीरें सामने आ रही है। एक ऐसी ही तस्वीर तेलंगाना से आई है जहां निजामाबाद सरकारी अस्पताल से शुक्रवार को कोरोना शव को अस्पताल से बिना किसी सुपरविजन के ऑटो रिक्शा में दफनाने के लिए ले जाया गया। 50 वर्षीय कोरोना के शव को अंतिम अधिकारों के लिए किसी भी एम्बुलेंस या हैंडलर के बिना एक रिश्तेदार को सौंप दिया गया था।
कोरोना के शव को ले जाने के लिए कुछ सावधानियां बरती जाती है। लेकिन इस तस्वीर में ऑटोचालक ने मास्क के शिवा कोई पीपीई किट नहीं पहना है। खुलेआम नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। ऑटो में देख सकते हैं कि शव के हाथ पैर बाहर निकले हुए दिखाई दे रहे हैं।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक निजामाबाद सरकारी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. ने कहा है कि अस्पताल में मृतक के एक रिश्तेदार ने शव को ले जाने की बात कही थी। उन्होंने कहा कि उनके रिश्तेदारों के अनुरोध पर ही शव को सौंपा गया है। डॉ. नागेश्वर राव ने बताया कि मृतक के रिश्तेदार ने एक व्यक्ति की मदद से ऑटो रिक्शा में शव को ले जाया गया। उन्होंने एम्बुलेंस का इंतजार नहीं किया और ऑटो रिक्शा में ही शव को लेकर चले गए।
50 वर्षीय कोरोना संक्रमित मरीज को 27 जून को निजामाबाद के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान कॉमरेडिडिटी के कारण वायरस का शिकार हो गया और मौत हो गई। उनके रिश्तेदार अस्पताल में काम करते हैं उन्होंने शव को उनके हवाले करने को कहा था। उनके अनुरोध के बाद अस्पताल ने शव उन्हें सौंप दिया। उन्होंने ही एम्बुलेंस की प्रतीक्षा नहीं की और शव को ऑटो रिक्शा में लेकर चले गए। वह शख्स हमारे अस्पताल के मुर्दा घर में भी काम करता है।