बिहार में केके पाठक का वीडियो बनाने वाले पर आने वाली सामत, पुलिस ढूंढने में जुटी
By एस पी सिन्हा | Published: February 13, 2023 08:11 PM2023-02-13T20:11:51+5:302023-02-13T20:11:51+5:30
ईओयू ने ये जांच बिहार लोक सेवा एवं ग्रामीण विकास संस्थान यानि बिपार्ड की शिकायत के बाद शुरू की है। केके पाठक सरकार की इस संस्था के प्रमुख हैं जिसका मुख्य काम अधिकारियों को ट्रेनिंग देना है।
पटना: बिहार में मद्य निषेध एवं निबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के द्वारा बैठक में गाली-गलौज किये जाने के मामले में अब वीडियो बनाकर वायरल करने वाले की शामत आने वाली है। सरकार अब उसे तलाशने में लग गई है, जिसने गाली देते केके पाठक का वीडियो बनाकर लीक कर दिया था। बिहार पुलिस का खास दस्ता इस बात की जांच करेगा कि केके पाठक का वीडियो कैसे लीक हो गया?
वीडियो बनाने और उसे वायरल करने वालों को शायद ऐसी सजा दी जायेगी, जिससे आगे दूसरा ऐसी हिम्मत न करे। आर्थिक अपराध इकाई यानि ईओयू को इस मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपई गई है। ईओयू यह पता लगा रही है कि केके पाठक का गाली देते वीडियो किसने बनाया औऱ फिर लीक कैसे हुआ? जांच के पीछे मकसद शायद यही है कि आगे से कोई किसी अधिकारी की गाली गलौज पर आवाज उठाने की हिम्मत न करे।
ईओयू ने ये जांच बिहार लोक सेवा एवं ग्रामीण विकास संस्थान यानि बिपार्ड की शिकायत के बाद शुरू की है। केके पाठक सरकार की इस संस्था के प्रमुख हैं जिसका मुख्य काम अधिकारियों को ट्रेनिंग देना है। वीडियो लीक होने की शिकायत बिपार्ड ने दर्ज कराई और बिहार सरकार की ईओयू ने तत्काल जांच भी शुरू कर दी। बिपार्ड गया के संकाय आर्य गौतम ने आर्थिक अपराध इकाई यानि ईओयू में शिकायत दर्ज कराई है।
यह शिकायत कुछ दिनों पहले वायरल हुए वीडियो को लेकर है। इस वीडियो में बिपार्ड के महानिदेशक सह उत्पाद एवं मद्य निषेध के अपर मुख्य सचिव केके पाठक बिहार प्रशासनिक सेवा के पदाधिकारियों को गाली गलौज करते सुने औऱ देखे जा रहे थे। बिपार्ड की ओर दर्ज करायी गयी शिकायत में कहा गया है कि किसी वरीय अधिकारी की बैठक की चोरी छिपे रिकॉर्डिंग करना ऑफिशियल सीक्रेक्ट एक्ट का उल्लंघन है।
ऐसे में वीडियो बनाने औऱ लीक करने वाले पदाधिकारी की पहचान कर कार्रवाई की जाए। ईओयू ने आनन फानन में डीएसपी रैंक के पदाधिकारी को इस मामले की जांच का जिम्मा सौंप दिया है। ईओयू ने शिकायत दर्ज कराने वाले बिपार्ड के पदाधिकारी को सारे सबूत के साथ बुलाया है। सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जायेगी।