"1992 में नरसिम्हा राव को विजया राजे सिंधिया ने कहा था, बाबरी को कुछ नहीं होगा" शरद पवार का बड़ा दावा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: August 9, 2023 09:58 AM2023-08-09T09:58:39+5:302023-08-09T10:02:18+5:30
शरद पवार ने 1992 में अयोध्या में हुए बाबरी ध्वंस पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि भाजपा की दिवंगत नेता विजया राजे सिंधिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को आश्वासन दिया था कि कारसेवा के दौरान बाबरी मस्जिद को कुछ नहीं होगा।
नई दिल्ली: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने 1992 में अयोध्या में हुए बाबरी ध्वंस पर बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि भाजपा की दिवंगत नेता विजया राजे सिंधिया ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव को आश्वासन दिया था कि कारसेवा के दौरान बाबरी मस्जिद को कुछ नहीं होगा और पीएम राव ने अपने मंत्रियों की सलाह के खिलाफ विजया राजे सिंधिया की बातों पर भरोसा किया।
शरद पवार ने बाबरी मस्जिद ध्वंस के संबंध में यह खुलासा बीते मंगलवार को वरिष्ठ पत्रकार नीरजा चौधरी की पुस्तक 'हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड' के विमोचन समारोह में किया। शरद पवार तत्कालीन राव सरकार में रक्षा मंत्री थे। उन्होंने कहा कि वह तत्कालीन गृहमंत्री और गृह सचिव के साथ उस बैठक में उपस्थित थे, जिसमें पीएम राव ने विजया राजे सिंधिया की बातों का जिक्र करते हुए मीटिंग में हमारी बात को टाल गये।
एनसीपी प्रमुख पवार ने कहा, "भाजपा के बाबरी आंदोलन के समय मंत्रियों का एक समूह था और मैं भी उनमें से एक था। उस वक्त यह निर्णय लिया गया कि प्रधानमंत्री को संबंधित पार्टी के नेताओं की बैठक बुलानी चाहिए। उसी बैठक में विजया राजे सिंधिया ने प्रधानमंत्री को आश्वासन दिया था कि बाबरी मस्जिद को कुछ नहीं होगा।"
इसके साथ ही पवार ने कहा कि जबकि पीएम राव को गृहमंत्री और गृह सचिव ने कहा था कि अयोध्या में कुछ भी हो सकता है, राव ने अपने सहयोगियों की राय के बजाय विजया राजे सिंधिया पर विश्वास करना बेहतर समझा।
इस बीच पत्रकार नीरजा चौधरी ने मस्जिद विध्वंस के बाद राव की कुछ वरिष्ठ पत्रकारों के साथ हुई बातचीत को याद किया, जहां पत्रकारों ने प्रधानमंत्री राव सेथा कि वह बाबरी विध्वंस के समय क्या कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि राव ने पत्रकारों से कहा था कि उन्होंने ऐसा होने दिया क्योंकि इससे एक गंभीर घाव खत्म हो जाएगा और उन्हें लगा कि भाजपा का मुख्य राजनीतिक एजेंडा भी खत्म हो जाएगा।
पत्रकार नीरजा चौधरी की पुस्तक 'हाउ प्राइम मिनिस्टर्स डिसाइड' के विमोचन समारोह में शरद पवार के साथ केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, कांग्रेस नेता शशि थरूर, पूर्व रेल मंत्री और भाजपा नेता दिनेश त्रिवेदी और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण भी शामिल थे।
इस समारोह में चर्चा का संचालन वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने किया। भाजपा नेता दिनेश त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री के रूप में राजीव गांधी के समय और उनके प्रमुख सलाहकारों में से एक अरुण नेहरू की भूमिका को याद किया। दिनेश त्रिवेदी ने कहा, "अरुण नेहरू परिवार की तरह थे। वह सबसे अच्छे दौर में से एक था और अगर यह जारी रहा तो चीजें बहुत अलग होंगी।"
यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि अन्ना हजारे आंदोलन को ठीक से नहीं संभालना कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूपीए गठबंधन के पतन का कारण बना। उन्होंने कहा, "उस पतन का कारण 2जी घोटाले के ठीक पहले हुआ था। हमने अन्ना हजारे को ठीक से नहीं संभाला। इसी कारण कांग्रेस सरकार का अंत हुआ।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)