हर महीने मन की बात करने वाले करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 31 दिसंबर को इस साल की अंतिम मन की बात साझा किया। पीएम का यह रेडियो कार्यक्रम बीते चार सालों से सफलतापूर्वक चल रहा है। मन की बात के बाद अरविंद केजरीवाल सरीखे नेताओं ने रेडियो कार्यक्रम शुरू किए थे, पर उनका कुछ अता-पता नहीं चला। पढ़िए, पीएम मोदी की मन की बात साल 2017 में कैसे आगे बढ़ी।
जनवरी 2107 में मन की बात
यह मन की बात छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों को समर्पित था। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा था कि जनवरी से मार्च महीने तक परिक्षाएं होती है। जिसमें छात्र, शिक्षक और परिवार परीक्षा के बोझ में दबा होता है। इस दौरान उन्होंने छात्रों के प्रश्नों को बात मन की बात कार्यक्रम में रखने का मौका मिला।
फरवरी 2017 में मन की बात
फरवरी में प्रसारित होने वाले मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने इंडियन स्पेस रिचर्स ऑर्गनाइजेश (ISRO) के कुछ महत्वपूर्ण मिशन की उपलब्धियों के बारे में जनता से रूबरू कराया। साथ ही उन्होंने डिजिटल करेंस, पेमेंट और डिजि-धन व्यापारी योजना की बात रखी।
मार्च 2017 में मन की बात
अपने इस कार्यक्रम में उन्होंन 23 मार्च मार्च को फांसी पर लटके भारत के तीन शहीद भगतसिंह, सुखदेव और राजगुरु का जिक्र किया था। इसके अलावा उन्होंने संपारण सत्याग्रह को याद भी किया।
अप्रैल 2017 में मन की बात
अपने इस कार्यक्रम में उन्होंने फुड वेस्ट की चर्चा की। इसके अलावा उन्होंने गुजरात और महाराष्ट्र की स्थापना दिवस पर भी बात की। साथ ही उन्होंने नौजवानों को कंफर्ट जोन से बाहर निकले और नए अनुभव लेने की बात कही थी।
मई 2017 में मन की बात
इस मन की बात कार्यक्रम में उन्होंने विश्व पर्यावरण दिवस पर लोगों को संदेश दिया। साथ ही उन्होंने योग पर जोर दिया और लोगों से कहा कि वे योग संबंधित कुछ न कुछ चीजें सोशल मीडिया पर शेयर करें। इसके अलावा सरकार के 3 साल पूरे होने पर भी चर्चा किया।
जून 2017 में मन की बात
यह कार्यक्रम रमजान, विश्वयोग दिवस को समर्पित था। इसके अलावा उन्होंने empowerment और entrepreneurship को बढ़ावा देने की बात भी की। साथ ही उन्होंने युवाओं को खेल की महत्वता और उससे जुड़े कई बातें सामने रखीं।
जुलाई 2017 में मन की बात
इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने मौसम की मार और बाढ़ प्रभावित राज्यों के बारे में चर्चा की। गर्भवती महिलाओं के लिए फ्री हेल्थ चेकअप स्कीम का ऐलान किया। इसके अलावा जीएसटी के प्रभाव के बारे में भी बताया।
अगस्त में मन की बात
इस कार्यक्रम में उन्होंने आगामी त्योहार जैसे गणेश चतुर्थी , ईद-उल-जुहा, दुर्गा-उत्सव के दौरान फैल रहे गंदगी को रोकने और गांव, नगर, राज्य को स्वच्छ बनाने पर यह कार्यक्रम समर्पित था।
सितंबर 2017 में मन की बात
यह मन की बात खादी को बढ़ावा देने पर समर्पित था। साथ ही उन्होंने पर्यटन को बढ़ावा देने की भी बात कही।
अक्टूबर 2017 में मन की बात
यह मन की बात महात्मा गांधी पर समर्पित था। साथ ही उन्होंने Khadi for transformtion का जिक्र किया था। ग्रामोदय के लिए ये बहुत बड़ी भूमिका अदा कर रहा है | जिसमें उन्होंने कहा था कि खादी वस्त्र नहीं विचार है।
नवंबर 2017 में मन की बात
इस मन की बात में शिक्षा के क्षेत्र में विकास जरूरी और 26/11 की भी बात की। साथ ही संविधान दिवस उन्होंने कहा था कि सभी के प्रति समानता हमारे संविधान की खासियत है।
दिसंबर 2017 में मन की बात
न्यू इंडिया यूथ के लिए मॉक पार्लियामेंट का जिक्र किया जिसके लिए उन्होंने कहा कि 21वीं सदी का युवा भी अब वोटर बन गया है। उसके लिए देश के हालातों पर चर्चा करना बेहद आवश्यक है।