नयी दिल्ली, 21 दिसंबर आईएमए के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर एनईईटी-पीजी 2021 काउंसेलिंग को गति देने के लिये अदालती सुनवाई में तेजी लाने की मांग की है। इसके अलावा उन्होंने मंगलवार को लगातार दूसरे दिन निर्माण भवन के बाहर प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता प्रकट की।
दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टर एनईईटी-पीजी 2021 काउंसेलिंग में देरी को लेकर निर्माण भवन के सामने विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जिसके चलते केंद्र द्वारा संचालित तीन और दिल्ली सरकार द्वारा संचालित कुछ अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
आईएमए के जूनियर डॉक्टर्स नेटवर्क ने सोमवार को लिखे पत्र में कहा, ''कोविड -19 की संभावित तीसरी लहर और रेजिडेंट डॉक्टरों की कमी के मद्देनजर हमारे पास हड़ताल को तेज करने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है। हम देशभर में नीट-पीजी काउंसेलिंग में देरी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे रेजिडेंट डॉक्टरों के साथ एकजुटता प्रकट करते हैं। इनमें वे डॉक्टर भी शामिल हैं, जो आज (20 दिसंबर) को निर्माण भवन पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
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