बिहार: राजद के बाद जदयू की ओर से आयोजित की जा रही इफ्तार पार्टी, लालू परिवार सहित आमंत्रित
By एस पी सिन्हा | Published: April 27, 2022 06:04 PM2022-04-27T18:04:33+5:302022-04-27T18:06:18+5:30
जदयू की तरफ से गुरुवार को आयोजित इफ्तार पार्टी में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव समेत राजद के कई नेताओं को आमंत्रित किया गया है। जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की देखरेख में हज भवन में इसका आयोजन होना है, जिसकी तैयारी जोर शोर से चल रही है।
पटना:बिहार में दावत-ए-इफ्तार की सियासत पूरे जोरों पर है। इफ्तार के साथ ही कई सियासी घटनाक्रम घटित हो रहे हैं जो चर्चा का विषय बन जा रहा है। कुछ दिनों पहले राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पर इफ्तार का आयोजन किया गया था, जिसमे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी निमंत्रित किया गया था। नीतीश कुमार पैदल ही राबड़ी देवी के आवास पर इफ्तार पार्टी में पहुंचे थे। वहीं, बोचहां विधानसभा उपचुनाव के बाद मुख्य विपक्षी दल राजद इफ्तार पार्टी में नीतीश कुमार के शामिल होने से सूबे का सियसी तापमान काफी बढ़ गया था।
वहीं, अब जदयू की तरफ से गुरुवार को आयोजित इफ्तार पार्टी में लालू यादव, राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव समेत राजद के कई नेताओं को आमंत्रित किया गया है। जिसमें लालू प्रसाद यादव के पूरे परिवार को दावत दी गई है। जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ की देखरेख में हज भवन में इसका आयोजन होना है, जिसकी तैयारी जोर शोर से चल रही है। यह पार्टी सामान्य से हटकर है क्योंकि इसमें शामिल होने वाले मेहमान भी खास हैं। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू एनडीए में घटक दल है।
ऐसे में सबकी निगाह इस पर भी रहेगी कि भाजपा के कौन से नेता नीतीश के यहां इफ्तार में आते हैं। वहीं विपक्ष के नेताओं में कौन कौन शामिल होते हैं यह भी बेहद महत्वपूर्ण होगा। इसके साथ ही सबकी नजर चिराग पासवान और मुकेश सहनी पर ही होगी। दरअसल दोनों ही नेताओं का हाल के समय में एनडीए में रहने के बाद भी कभी भाजपा तो कभी जदयू के साथ मनमुटाव जगजाहिर है। इस तरह से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव के बीच एक सप्ताह के अंदर दूसरी बार मुलाकात होने की संभावना प्रबल हो गई है।
इस संबंध में जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष सलीम परवेज ने कहा कि तमाम राजनीतिक पार्टियों को आमंत्रित किया गया है। नई संभावनाओं के सवाल पर उन्होंने कहा कि जहां भी दो चार लोग बैठते हैं नई बात निकल कर आती है। आने वाले दिनों में क्या होगा वो तो शीर्ष नेतृत्व ही जानता है। उन्होंने कहा कि लालू यादव इफ्तार पार्टी में शामिल होते हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी अच्छा लगेगा। वो दोनों पुराने दोस्त हैं और पुरानी दोस्ती कभी खत्म नहीं होती है। विचारधारा को लेकर भले ही रास्ते अलग हो सकते हैं, लेकिन दिल का जुड़ाव बना रहता है।
उन्होंने कहा कि राजनीति में कब क्या होगा यह कहा नहीं जा सकता। लालू यादव अगर आ जाएं तो चार चांद लग जाए। उल्लेखनीय है कि इससे पहले राजद द्वारा आयोजित इफ्तार पार्टी में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शामिल हुए थे। जिसके बाद कई तरह की राजनीतिक अटकलें लगाई जाने लगी थी। हालांकि, मुख्यमंत्री ने इन कयासों को खारिज कर दिया था। राजद के इफ्तार पार्टी के दिन लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष और जमुई से सांसद चिराग पासवान ने भी मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी।
दरअसल दावत-ए-इफ्तार से नए सियासी दांवपेच की चर्चा जोरो पर है। हाल के दिनों में राजद की ओर से बिहार में सत्ता परिवर्तन को लेकर कई प्रकार की बयानबाजी हुई है। वहीं राष्ट्रपति चुनाव के नाम पर भी अलग अलग प्रकार की कयासबाजी जारी है। इसके साथ ही भाजपा को बोचहां विधानसभा उपचुनाव में मिली हार के बाद एनडीए में अंदरूनी अंतर्कलह को लेकर भी कई प्रकार की बातें की जा रही है। ऐसे इफ्तार के नाम पर कौन सी सियासी खिचडी पकती है, जिसका दूरगामी असर बिहार की सियासत पर होगा यह बेहद महत्वपूर्ण होगा।