PM मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग के साथ दो दिन तक हर जगह दिखीं ये महिला IFS अफसर, युवा महिला अफसर के बारे में जानें सबकुछ
By स्वाति सिंह | Published: October 12, 2019 08:11 PM2019-10-12T20:11:59+5:302019-10-12T20:11:59+5:30
प्रियंका सोहानी साल 2012 बैच की आईएफएस अधिकारी प्रियंका हैं, जिन्होंने विदेश मंत्रालय के बेस्ट ट्रेनी ऑफिसर का गोल्ड मेडल जीता है। उनके प्रदर्शन को देखते हुए तत्कालीन विदेश सचिव सुजाता सिंह ने बिमल सान्याल पुरस्कार से सम्मानित किया था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दो दिन तक अनौपचारिक शिखर वार्ता में अनौपचारिक बातचीत की। मोदी और शी ने ‘ताज रिजॉर्ट फिशरमैन्स कोव’ में अपने-अपने विचार साझा किए। इस दौरान हिंदी बोलने वाले पीएम मोदी ने मंदारिन बोलने वाले चीनी राष्ट्रपति के बीच भाषा की परेशानी को महिला आईएफएस अफसर हैं प्रियंका सोहानी चुटकियों में हल कर दिया।
दो दिनों तक चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के दौरे के दौरान आईएफएस प्रियंका सोहानी पीएम मोदी के साथ साए की तरह रहीं। उन्होंने पीएम मोदी और राष्ट्रपति शी को एक दूसरे की कही गई बातों का अनुवाद कर समझाया। मुलाकात के दौरान चीनी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी से भारतीय संस्कृति और प्रतीकों के बारे में जानकारी मांगी। तब सोहानी ने राष्ट्रपति को इसे समझने में मदद की।
साल 2012 बैच की आईएफएस अधिकारी प्रियंका हैं, जिन्होंने विदेश मंत्रालय के बेस्ट ट्रेनी ऑफिसर का गोल्ड मेडल जीता है। उनके प्रदर्शन को देखते हुए तत्कालीन विदेश सचिव सुजाता सिंह ने बिमल सान्याल पुरस्कार से सम्मानित किया था। साल 2016 से प्रियंका चीन में भारतीय दूतावास में तैनात हैं। प्रियंका ने यूपीएससी परीक्षा में 26 रैंक हासिल की थी। वह महाराष्ट्र से यूपीएससी में सफल होने वाले लोगों में तीसरे नंबर पर थीं।
प्रधानमंत्री मोदी ने शी जिनफिंग को उपहार में दिया उनके चित्र वाला शॉल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनफिंग को हाथ से बनी रेशम की एक बड़ी शॉल भेंट की। दोनों नेताओं की दो दिवसीय अनौपचारिक शिखर वार्ता के समापन वाले दिन यह भेंट दी गई। शॉल में सुनहरे रंग के जरी के काम से शी की तस्वीर बनाई गई है और इस शॉल की पृष्ठभूमि चटक लाल रंग की है। मोदी ने मामल्लापुरम में शी को यह शॉल भेंट की। प्रधानमंत्री ने बाद में हाथ से बने रेशम का एक चित्र भी शी को भेंट किया, जिसे कोयंबटूर स्थित बुनकरों ने बनाया था। इससे पहले मोदी शी को एक हथकरघा प्रदर्शनी में ले गए, जहां तमिलनाडु के हस्तशिल्पयों ने अपनी कला को प्रदर्शित किया। प्रधानमंत्री ने शी को तमिलनाडु की हस्तकलाओं के बारे में जानकारी भी दी। शी ने चीनी मिट्टी के बर्तन से बना एक स्मृति चिन्ह भेंट किया, जिसमें मोदी का चित्र बना था।