"56 इंच का सीना है तो दिखाएं, प्रधानमंत्री बुजदिली न दिखाएं, आखिर चीन का नाम लेने से डरते क्यों हैं?", ओवैसी ने तवांग विवाद पर कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 13, 2022 02:46 PM2022-12-13T14:46:47+5:302022-12-13T14:50:39+5:30
असदुद्दीन ओवैसी ने तवांग विवाद पर जी-20 बैठक में पीएम मोदी और शी जिनपिंग के मुलाकात का जिक्र करते हुए कहा, "सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से क्यों डरते हैं। नाम लीजिए न आप, आपने तो हाथ मिलाया था, उठकर, जाकर। देख लिया आपने नतीजा क्या निकला है।
दिल्ली: तवांग विवाद को लेकर संसद के शीतकालीन सत्र में घमासान मचा हुआ है। बीते 9 दिसंबर की घटना की जानकारी अब होने के कारण बिफरे विपक्षी सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार की नीतियों की जमकर आलोचना कर रहे हैं। इसी क्रम में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा व्यंग्य करते हुए आरोप लगाया है कि पीएम मोदी चीन से दहशतजदा रहते हैं।
हैदराबाद से लोकसभा सांसद ने संसद परिसर में पत्रकारों से कहा कि पार्लियामेंट चल रही है लेकिन आप बताते नहीं हैं। आप पार्लियामेंट को भी अंधेरे में रखेंगे। इसके साथ ही ओवासी ने जी-20 बैठक का जिक्र करते हुए कहा, "सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से क्यों डरते हैं। नाम लीजिए न आप, आपने तो हाथ मिलाया था, उठकर, जाकर। देख लिया आपने नतीजा क्या निकला।"
AIMIM chief and Hyderabad MP @asadowaisi moves adjournment motion, demand discussion in parliament over #Tawang clash. #chinaborder#IndianArmypic.twitter.com/NoYnTjjkK5
— Ashish (@KP_Aashish) December 13, 2022
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने कहा, "खुद अरूणाचल का भाजपा का सांसद कह रहा है कि आकर हमारे बहादुर सिपाहियों को मारा गया, वो अभी अस्पताल में हैं। और बड़ी बात यह है कि 15 हजार फीट से नीचे् से उपर आकर वो भारत की फौज पर हमला कर रहे हैं। तो इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री को सबसे पार्लियामेंट में चर्चा करानी चाहिए।"
ओवैसी ने कहा, "यह सरकार की जिम्मेदारी है, वो स्पीकर या चेयरमैन पर न डालें इसे। देश जानना चाहता है कि आखिर प्रधानमंत्री क्यों डर रहे हैं इतना चीन का नाम लेने से। वो राजनीतिक नेतृत्व नहीं दिखा रहे हैं। यहां कोई सवाल नहीं उठ रहा है हमारी फौज की बहादुरी पर। यहां पर अगर कोई बुजदिली दिखा रहे हैं तो वो देश के प्रधानमंत्री हैं और सरकार है। अगर 56 इंच का सीना है तो दिखाएं प्रधानमंत्री। इस तरह से छुपने से काम नहीं चलेगा।"
उन्होंने कहा, "अगर चीन हमारी जमीन पर है तो उसे वहां से हटाइये। डोकलाम पर प्रधानमंत्री ने कहा था कि चीन पीछे जा चुका है लेकिन कहां हटा है चीन? वो तो आज भा बैठा है डोकलाम में उसी जगह पर। हम चाहते हैं कि इस पर चर्चा हो सदन में, हम सरकार से बयान नहीं चाहते हैं। चीन इसलिए यह हिमाकत बार-बार इसलिए कर रहा है क्योंकि वो हमारे प्रधानमंत्री की कमजोरी जान चुका है, वो जानता है कि हमारे प्रधानमंत्री खामोश रहेंगे।"