लाइव न्यूज़ :

सेना प्रमुख के बयान पर बोले उमर-महबूबा, तालिबान से वार्ता को हैं तैयार, लेकिन अलगाववादियों के साथ क्यों नहीं

By भाषा | Updated: January 9, 2019 20:49 IST

महबूबा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘अगर सेना प्रमुख तालिबान के साथ वार्ता की वकालत कर सकते हैं तो हमारे अपने लोगों की बात आने पर अलग मानदंड क्यों अपनाए जाते हैं?’’ 

Open in App

पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को इस पर हैरानी जताई कि अगर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत अफगानिस्तान में तालिबान से वार्ता करने की वकालत कर सकते हैं तो केंद्र जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों से बातचीत करने की पहल क्यों नहीं कर सकते। 

अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, ‘‘हम तालिबान के साथ वार्ता, तिब्बत और श्रीलंका के तमिल क्षेत्रों की स्वायत्तता की वकालत करते हैं लेकिन साथ ही जम्मू कश्मीर में किसी संवाद या राजनीतिक पहल के अनिच्छुक हैं। इसलिए हमारी नीति है जैसा कि हम कहते हैं वैसा करो लेकिन जैसा हम करते हैं वैसा ना करो। तालिबान के लिए बातचीत, कश्मीर के लिए ऑपरेशन ऑल-आउट।’’ 

इससे पहले रावत ने रायसीना डायलॉग में अफगानिस्तान की शांति प्रक्रिया पर कहा कि तालिबान से बातचीत होनी चाहिए, लेकिन यह बिना किसी शर्त के होनी चाहिए।

महबूबा ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘अगर सेना प्रमुख तालिबान के साथ वार्ता की वकालत कर सकते हैं तो हमारे अपने लोगों की बात आने पर अलग मानदंड क्यों अपनाए जाते हैं?’’ 

पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र को पाकिस्तान की ओर से बातचीत की पेशकश स्वीकार करनी चाहिए और राज्य में हिंसा को खत्म करने के लिए हुर्रियत कांफ्रेंस के साथ भी वार्ता की प्रक्रिया शुरू करनी चाहिए। 

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान के साथ शांति की पेशकश स्वीकार करिए, जम्मू कश्मीर में हिंसा का दुष्चक्र खत्म करने के लिए हुर्रियत और अन्य पक्षकारों के साथ वार्ता की पहल करिए।’’ 

टॅग्स :बिपिन रावतमहबूबा मुफ़्तीउमर अब्दुल्लाजम्मू कश्मीर
Open in App

संबंधित खबरें

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

भारतJammu-Kashmir Power Shortage: सर्दी बढ़ने के साथ कश्मीर में गहराया बिजली सकंट, करीब 500 मेगावाट बिजली की कमी से परेशान लोग

भारतJammu-Kashmir: कश्मीर के मोर्चे से खुशखबरी, आतंकी हिंसा में गिरावट पर आतंक और दहशत में नहीं

पूजा पाठVaishno Devi Temple: मां वैष्णो देवी की यात्रा में गिरावट, पिछले साल के मुकाबले श्रद्धालुओं की संख्या घटी

भारत अधिक खबरें

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट

भारतPariksha Pe Charcha 2026: 11 जनवरी तक कराएं पंजीकरण, पीएम मोदी करेंगे चर्चा, जनवरी 2026 में 9वां संस्करण

भारत‘सिटीजन सर्विस पोर्टल’ की शुरुआत, आम जनता को घर बैठे डिजिटल सुविधाएं, समय, ऊर्जा और धन की बचत