अगर मोहन भागवत में हिम्मत है तो पीएम मोदी समेत अन्य सीएम को कहकर मनुस्मृति पुस्तक पर लगवाएं प्रतिबंध: स्वामी प्रसाद मौर्य

By भाषा | Published: October 9, 2022 02:37 PM2022-10-09T14:37:24+5:302022-10-09T15:10:48+5:30

मनुस्मृति पुस्तक पर प्रतिबंध लगवाएं की बात कहते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “दुनिया के 50 देशों में बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। बुद्ध का धर्म अजर-अमर है। अब किसी की हिम्मत नहीं है कि बुद्ध के कारवां को रोक सके।”

If Mohan Bhagwat has courage then ask PM Modi other CMs to ban Manusmriti book Swami Prasad Maurya | अगर मोहन भागवत में हिम्मत है तो पीएम मोदी समेत अन्य सीएम को कहकर मनुस्मृति पुस्तक पर लगवाएं प्रतिबंध: स्वामी प्रसाद मौर्य

फोटो सोर्स: ANI

Highlightsस्वामी प्रसाद मौर्य ने मनुस्मृति पुस्तक पर प्रतिबंध लगवाएं की बात कही है। उन्होंने मोहन भागवत चीफ को चुनौती देते हुए यह बात कही है। उन्होंने मोहन भागवत चीफ को चुनौती देते हुए यह बात कही है।

लखनऊ:समाजवादी पार्टी (सपा) के विधान परिषद सदस्य और उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने वर्ण और जाति की अवधारणाओं को पूरी तरह से त्यागने के राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत के हाल के बयान की सराहना की है। 

उन्होंने कहा है कि अगर भागवत में साहस है तो वह जातिवाद का जहर घोलने वाली पुस्तक ‘मनुस्मृति’ पर प्रतिबंध लगवाएं। आपको बता दें कि मौर्य ने शरद पूर्णिमा पर बौद्ध तीर्थ स्थली संकिसा पहुंचकर एक सभा में भागवत के बयान की प्रशंसा की। 

पीएम मोदी समेत अन्य राज्य के मंत्री से कहकर लगवाएं ‘मनुस्मृति’ पर प्रतिबंध- स्वामी प्रसाद मौर्य

हालांकि, उन्होंने आरएसएस प्रमुख को यह चुनौती भी दी कि “अगर उनमें हिम्मत हो तो वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देश के विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से कहकर जातिवाद का जहर घोलने वाली पुस्तक ‘मनुस्मृति’ पर प्रतिबंध लगवाएं।” 

इससे पहले क्या कहा था मोहन भागवत ने

गौरतलब है कि भागवत ने शुक्रवार को नागपुर में एक पुस्तक के विमोचन कार्यक्रम में कहा था कि वर्ण और जाति जैसी अवधारणाओं को पूरी तरह से त्याग दिया जाना चाहिए, क्योंकि अब इनकी कोई प्रासंगिकता नहीं है। 

संघ प्रमुख ने यह भी कहा था कि अपने पूर्वजों द्वारा की गई गलतियों को स्वीकार करने और उनके लिए माफी मांगने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए। 

मायावती भी ‘मनुस्मृति’ की मुखर आलोचक है

आपको बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के भी वरिष्ठ नेता रह चुके हैं। इस पार्टी की मुखिया मायावती ‘मनुस्मृति’ की मुखर आलोचक हैं। 

मौर्य ने प्रधानमंत्री मोदी पर पिछड़ों को प्राप्त आरक्षण को खत्म करने का आरोप लगाते हुए कहा, “प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों में प्रोफेसर और अन्य कर्मचारियों की भर्ती में एक भी पिछड़े या दलित व्यक्ति को नौकरी नहीं दी गई। सरकार आरक्षण खत्म कर संविदा की नौकरी के नाम पर नौजवानों का शोषण करवाकर बिचौलियों को फायदा पहुंचा रही है।” 

अयोध्या में 3 बार खुदाई पर मिले है बुद्ध के अवशेष- स्वामी प्रसाद मौर्य

स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा, “भगवान बुद्ध विश्व के प्रथम धर्म गुरु हैं, जिन्होंने संकिसा में अवतरण लिया था। उनके विचार दुनिया के कोने-कोने में फैल गए हैं। आज भी अमेरिका और रूस में खुदाई में बुद्ध के अवशेष मिलते हैं। अयोध्या में तीन बार की खुदाई में बुद्ध के अवशेष मिले तो केंद्र सरकार ने खुदाई रुकवा दी थी।” 

अब किसी की हिम्मत नहीं है कि बुद्ध के कारवां को रोक सके- मौर्य

यही नहीं मौर्य ने बौद्ध धर्म की व्यापकता की चर्चा करते हुए कहा, “दुनिया के 50 देशों में बौद्ध धर्म के अनुयायी हैं। बुद्ध का धर्म अजर-अमर है। उनका ज्ञान जिंदा है। बुद्ध के कारवां में दिन-बदिन भीड़ बढ़ती जा रही है। अब किसी की हिम्मत नहीं है कि बुद्ध के कारवां को रोक सके।” 
 

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