लाइव न्यूज़ :

बच्चे अगर 7 बजे स्कूल जा सकते हैं तो जज और वकील सुबह 9 बजे क्यों नहीं आ सकते: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस ललित

By विनीत कुमार | Published: July 15, 2022 12:31 PM

सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस उदय यू ललित ने शुक्रवार को कहा कि उनका मानना है कि कोर्ट के कामकाज सुबह 9 बजे शुरू हो जाने चाहिए। जस्टिस ललित भारत के अगले चीफ जस्टिस भी बनने वाले हैं।

Open in App
ठळक मुद्देसुप्रीम कोर्ट के जस्टिस उदय यू ललित ने अदालतों के कामकाज के समय को लेकर की अहम टिप्पणी।जस्टिस उदय यू ललित इसी साल अगस्त में भारत के अगले चीफ जस्टिस भी बनने वाले हैं।जस्टिस ललित ने कहा कि उनका मानना है कि कोर्ट का कामकाज सुबह 9 बजे शुरू हो जाना चाहिए।

नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस उदय यू ललित ने शुक्रवार को नियमित समय से एक घंटे पहले सुनवाई की शुरुआत करते हुए कहा कि अगर बच्चे सुबह सात बजे स्कूल जा सकते हैं, तो जज और वकील अपना दिन नौ बजे क्यों शुरू नहीं कर सकते। 

आमतौर पर सुप्रीम कोर्ट की बेंच दिन का कामकाज सप्ताह के दिनों में सुबह 10.30 बजे शुरू करती है और ये शाम 4 बजे तक चलता है। इसके बीच में दोपहर 1 बजे से 2 बजे तक एक घंटे का लंच ब्रेक भी होता है।

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार हालांकि शुक्रवार को नियमित अभ्यास से हटकर जस्टिस ललित सुबह 9.30 बजे सुनवाई के लिए बैठे और मामलों की सुनवाई शुरू की। उनकी इस बेंच में जस्टिस एस रवींद्र भट और जस्टिस सुधांशु धूलिया भी शामिल थे।

एक जमानत याचिका मामले में पेश हुए पूर्व अटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने पीठ के जल्दी बैठने की सराहना की। उन्होंने कहा, 'मुझे कहना होगा कि 9.30 का यह समय अदालतें शुरू करने का अधिक उचित समय है।'

इस पर जस्टिस ललित ने जवाब दिया कि उनका हमेशा से यही मानना ​​रहा है कि कोर्ट को जल्दी बैठना चाहिए। उन्होंने कहा, 'आदर्श तौर पर, हमें सुबह 9 बजे बैठना चाहिए। मैंने हमेशा कहा है कि अगर हमारे बच्चे सुबह 7 बजे स्कूल जा सकते हैं, तो हम 9 बजे कोर्ट क्यों नहीं आ सकते?'

जस्टिस ललित अगस्त में भारत के मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) बनने की कतार में भी हैं। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की बेंचों को सुबह 9 बजे शुरू होना चाहिए और आधे घंटे के ब्रेक के लिए 11.30 बजे उठना चाहिए। उन्होंने कहा, '12 बजे फिर से सुनवाई शुरू करें और दोपहर 2 बजे तक खत्म करें। इससे आपको शाम को और काम करने का समय मिलेगा। जिसमें नए मामले हो सकते हैं जिन पर आमतौर पर लंबी सुनवाई की आवश्यकता नहीं होती है, और उन्हें नोटिस के बाद उठाया जाता हैं।'

जस्टिस ललित 27 अगस्त को सीजेआई एनवी रमन के सेवानिवृत होने के बाद पदभार ग्रहण करेंगे और 8 नवंबर तक पद पर बने रहेंगे।

टॅग्स :सुप्रीम कोर्टएन वेंकट रमण
Open in App

संबंधित खबरें

बॉलीवुड चुस्कीरिया चक्रवर्ती को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत, दिवंगत एक्टर सुशांत सिंह राजपूत जुड़ा मामला

स्वास्थ्यEnvironmental Law: लोगों का स्वास्थ्य सुरक्षित रखना सरकार की जिम्मेदारी

भारतJustice Sanjiv Khanna: भारत के 51वें प्रधान न्यायाधीश नियुक्त?, 11 नवंबर को शपथ लेंगे, कौन हैं न्यायमूर्ति संजीव खन्ना...

भारतAadhaar Card Supreme Court: जन्मतिथि का प्रमाण नहीं आधार कार्ड?, सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय के आदेश को किया रद्द

विश्वसुप्रीम कोर्ट पर शिकंजा...पाकिस्तान में मुख्य न्यायाधीश के कार्यकाल को सीमित करने वाला संविधान संशोधन विधेयक पारित

भारत अधिक खबरें

भारतएक राष्ट्र एक चुनाव, समान नागरिक संहिता जल्द: एकता दिवस पर बोले प्रधानमंत्री मोदी

भारतBihar RCP Singh Aap Sab Ki Awaaz: भाजपा से टूटा नाता?, पीके की राह पर आरसीपी सिंह, विधानसभा 2025 में लड़ेंगे 243 सीट पर चुनाव

भारतWATCH: प्रधानमंत्री मोदी ने पाकिस्तान से लगी सरक्रीक सीमा पर जवानों के साथ मनाई दिवाली, मुंह कराया मीठा

भारतDelhi AAP-BJP: करतार सिंह तंवर भाजपा में और ब्रह्म सिंह तंवर आप में?, छतरपुर सीट पर करेंगे मुकाबला!

भारतDiwali 2024: भारतीय और चीनी सैनिकों ने एक-दूसरे को मिठाई?, सहमति से संबंधों में मधुरता, देखें तस्वीरें