उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की मेडिकल रिपोर्ट पेश करने में एम्स नाकाम रहा तो कड़ा रुख अपनाएंगे: कोर्ट
By भाषा | Published: August 22, 2019 05:22 AM2019-08-22T05:22:53+5:302019-08-22T05:22:53+5:30
महिला का 2017 में भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने कथित रूप से बलात्कार किया था, उस समय वह नाबालिग थी। पिछले महीने 28 तारीख को उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक ट्रक ने पीड़िता की कार को जोरदार टक्कर मार दी थी, जिसमें उसके दो संबंधियों की मौत हो गई थी और उसका वकील घायल हो गया था।
दिल्ली की एक अदालत ने कहा है कि अगर एम्स ट्रॉमा सेंटर के चिकित्सा अधीक्षक उन्नाव बलात्कार पीड़िता की हालत से जुड़ी रिपोर्ट पेश करने में नाकाम रहे तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया जाएगा। उन्नाव बलात्कार पीड़िता पिछले महीने हुई सड़क दुर्घटना के बाद फिलहाल एम्स में भर्ती है।
जिला न्यायाधीश धर्मेश शर्मा ने चिकित्सा अधीक्षक को 19 वर्षीय बलात्कार पीड़िता का इलाज कर रहे चिकित्सकों से रिपोर्ट मांगकर उसे सीलबंद लिफाफे में अदालत में पेश करने का निर्देश दिया। अदालत ने कहा, "यह स्पष्ट किया जाता है कि यदि इस आदेश का पालन नहीं किया गया, तो कड़ा रुख अपनाया जाएगा।"
बलात्कार मामले के जांच अधिकारी (आईओ) ने इस संबंध में प्रारंभिक निर्देश पारित किए जाने के 12 दिन बाद भी पीड़िता की हालत पर रिपोर्ट पेश नहीं की, जिसके मद्देनजर अदालत ने यह निर्देश दिया। जांच अधिकारी ने अदालत को बताया कि पीड़िता की देखरेख कर रहे चिकित्सकों ने अनुरोध किया कि है कि उसकी चिकित्सा स्थिति के बारे में सूचना देने के लिये उन्हें विशिष्ट निर्देश दिया जाए।
महिला का 2017 में भाजपा से निष्कासित विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने कथित रूप से बलात्कार किया था, उस समय वह नाबालिग थी। पिछले महीने 28 तारीख को उत्तर प्रदेश के रायबरेली में एक ट्रक ने पीड़िता की कार को जोरदार टक्कर मार दी थी, जिसमें उसके दो संबंधियों की मौत हो गई थी और उसका वकील घायल हो गया था।