Mi-17 हेलीकॉप्टर हादसा: भारतीय वायुसेना के 6 अधिकारियों पर होगी कार्रवाई, दो के खिलाफ कोर्ट मार्शल
By विनीत कुमार | Published: October 14, 2019 07:09 PM2019-10-14T19:09:07+5:302019-10-14T19:09:07+5:30
यह मामला 27 फरवरी का है। पाकिस्तान ने भारत के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद हमला किया था। इसके बाद भारत ने भी जवाब दिया। इसी दौरान भारतीय वायु सेना का Mi-17 हेलीकॉप्टर श्रीनगर के बाद बडगाम में क्रैश हो गया था।
इस साल 27 फरवरी को पाकिस्तानी हमले का जवाब देने के दौरान अपने ही मिसाइल सिस्टम का निशाना बने भारत के Mi-17 हेलीकॉप्टर क्रैश मामले में भारतीय वायु सेना के 2 अधिकारियों को कोर्ट मार्शल का सामना करना होगा। इस मामले में 4 अन्य अधिकारियों के खिलाफ भी प्रशासनिक कार्रवाई होगी। इनमें दो एयर कोमोडोर (आर्मी ब्रिगेडियर के बराबर पद) और दो फ्लाइट लेफ्टिनेंट (सेना में कैप्टन पद के बराबर) हैं।
श्रीनगर के करीब हुई इस क्रैश की घटना में वायु सेना के 6 जवानों की मौत हो गई थी। साथ ही एक नागरिक भी इस घटना में मौत हुई थी। न्यूज एजेंसी एएनआई ने रक्षा सूत्रों के हवाले से बताया है, 'दो अधिकारियों को इस केस में कोर्ट-मार्शल का सामना करना होगा जिनकी लापरवाही से वायुसेना के 6 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी।'
पाकिस्तान ने दरअसल भारत के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद जवाबी हमला किया था। इसके बाद भारत ने भी जवाब दिया। इसी दौरान भारतीय वायु सेना का Mi-17 हेलीकॉप्टर श्रीनगर के बाद बडगाम में क्रैश हो गया था। इस घटना में हेलीकॉप्टर में सवार सभी 6 जवानों की मौत हो गई थी। बाद में ये बात सामने आई कि इस हेलीकॉप्टर पर भारत के अपने ही डिफेंस सिस्टम SPYDER से हमला हुआ था जो श्रीनगर में तैनात है।
श्रीनगर आधारित 154 हेलीकॉप्टर यूनिट का यह चॉपर भारत और पाकिस्तान के बीच एक-दूसरे पर जारी हवाई हमलों के बीच उड़ान भरने के केवल 10 मिनट के अंदर गिर गया था। इसी हवाई जंग में भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्थमान भी शामिल थे जो बाद में पाकिस्तानी सीमा में जा गिरे थे।
घटना के बाद जांच में पाया गया कि ग्राउंड स्टाफ और हेलीकॉप्टर के चालक दल के सदस्यों के बीच संचार एवं समन्वय में 'काफी अंतर' था। इसमें मानक संचालन प्रक्रियाओं के उल्लंघन की भी जानकारी मिली। इससे पहले सैन्य सूत्रों ने कहा था कि जांच में पाया गया कि हेलीकॉप्टर में लगी आईएफएफ प्रणाली बंद थी।
हाल ही में एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने भारतीय वायु सेना प्रमुख का पद संभालने के बाद कहा था कि 27 फरवरी को Mi-17 हेलीकॉप्टर का क्रैश होना एक बड़ी गलती थी। वायु सेना चीफ भदौरिया ने ये भी कहा था, 'कोर्ट ऑफ इंक्वायरी पूरी हो चुकी है और ये हमारी गलती थी क्योंकि हमारी मिसाइल ने ही अपने हेलीकॉप्टर को गिराया था।'