"मुझे एक लॉलीपॉप थमाया गया...", उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर कसा तंज
By अंजली चौहान | Published: January 31, 2023 01:31 PM2023-01-31T13:31:45+5:302023-01-31T13:43:29+5:30
मीडिया से बात करते हुए कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष जरूर बनाया गया है, लेकिन उसका कोई मतलब नहीं है। जदयू के संविधान में इस बारे में कुछ नहीं लिखा गया है।
पटना:बिहार में सत्ताधारी पार्टी जदयू पार्टी कलह के कारण इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई है। जनता दल यूनाइटेड के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा खुलकर बगावत करने पर उतर आए हैं। उपेंद्र कुशवाहा ने मंगलवार को पटना स्थित अपने आवास में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश कुमार पर हमला बोला है। कुशवाहा ने सीएम नीतीश पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, "उन्होंने मुझे एक लॉलीपॉप थमाया है। नीतीश कुमार और ललन सिंह ने उन्हें एमएलसी बनाकर लॉलीपॉप थमाया है लेकिन इस पद को त्यागने में उन्हें कोई परेशानी नहीं होगी।
मुझे एक लॉलीपॉप थमाया गया। राज्य सभा की सदस्यता छोड़ने में मुझे एक पल का भी मलाल नहीं होता है, भारत सरकार में मंत्री पद को छोड़ते हुए एक पल का मलाल नहीं होता है तो MLC कौन सी बड़ी चीज है। CM या पार्टी चाहे तो MLC वापस ले सकते हैं: उपेंद्र कुशवाहा, JDU, पटना pic.twitter.com/sYy35oRedt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 31, 2023
मुझे पद का कोई लालच नहीं- कुशवाहा
उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि मुझे कहा गया कि जदयू में आने से मुझे बहुत इज्जत मिली है। उनके इज्जत देने का क्या मतलब है,यही कि मुझे संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया। मुझे इस पद का कोई लालच नहीं है। मुझे राज्यसभा की सदस्यता छोड़ने में एक पल को भी मलाल नहीं होता, न भारत सरकार के मंत्री पद को छोड़ते हुए कोई मलाल होगा तो ये एमएलसी कौन सी बड़ी चीज है। सीएम नीतीश या उनकी पार्टी चाहे तो मुझे एमएलसी पद से हटा सकती है।
मीडिया से बात करते हुए कुशवाहा ने कहा कि जेडीयू संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष जरूर बनाया गया है, लेकिन उसका कोई मतलब नहीं है। जदयू के संविधान में इस बारे में कुछ नहीं लिखा गया है। बाद में जदयू संविधान का संशोधन किया गया, तब भी मुझे संसदीय बोर्ड का सदस्य बनाने का कोई अधिकार नहीं मिला। बोर्ड चुनावी उम्मीदवारों पर विचार करता है इसका मुझे अधिकार नहीं मिला। चुनावों में उम्मीदवारों के चयन को लेकर कोई सुझाव मुझसे नहीं लिया गया। मैंने बिना पूछें ही अपने सुझाव पार्टी और नीतीश कुमार को दिए हैं।
उपेंद्र कुशवाहा और नीतीश कुमार के बीच खुलकर विवाद सामने आ गया है। ऐसे में बिहार राजनीति में सत्ताधारी पार्टी इन दिनों मुश्किलों में घिरी हुई है। आने वाले दिनों में जदयू में आपसी कलह में क्या-क्या निकलकर सामने आता है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।