महाराष्ट्र: नवाब मलिक की बेटी नीलोफर मलिक ने कहा, 'मुझे यकीन है कि मेरे पिता बाहर आएंगे, यह न्याय की लड़ाई, हम लड़ेंगे'
By रुस्तम राणा | Published: February 24, 2022 04:02 PM2022-02-24T16:02:24+5:302022-02-24T16:02:24+5:30
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक की बेटी नीलोफर मलिक ने अपने बयान में कहा, हम पिछले 2-3 महीनों से सुन रहे थे कि ईडी आएगी और हमारे पिता (नवाब मलिक) ने हमें सावधान रहने के लिए कहा था लेकिन हमने सब कुछ ठीक किया है।
मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक को गिरफ्तार किए जाने पर गुरुवार को उनकी बेटी नीलोफर मलिक ने कहा, मुझे यकीन है कि मेरे पिता बाहर आएंगे, यह न्यायिक लड़ाई है और हम लड़ेंगे।
मीडिया एजेंसी एनएनआई के हवाले से नीलोफर मलिक ने अपने बयान में कहा, हम पिछले 2-3 महीनों से सुन रहे थे कि ईडी आएगी और हमारे पिता (नवाब मलिक) ने हमें सावधान रहने के लिए कहा था लेकिन हमने सब कुछ ठीक किया है। मेरे पिता निडर होकर बोलते हैं इसलिए ईडी और एनसीबी हमारे पीछे हैं।
आगे उन्होंने कहा, मुझे यकीन है कि मेरे पिता बाहर आएंगे, यह न्यायिक लड़ाई है और हम लड़ेंगे। हर मुसलमान जो सार्वजनिक रूप में एक सामाजिक कार्यकर्ता की तरह रहता है, कुछ लोगों द्वारा उन्हें डी-कंपनी से जोड़ देते हैं जो हम मुसलमानों के अनुचित है।
I am sure my father will come out, this is a judicial battle and we will fight. Every Muslim who has been in public like activist is linked by some to D-company which is very unfair to us as Muslims: Nilofer Malik, daughter of Nawab Malik pic.twitter.com/8Z5plknO1W
— ANI (@ANI) February 24, 2022
उधर, गुरुवार को ही मलिक की गिरफ्तारी के विरोध में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार और राज्य के कई अन्य मंत्रियों ने धरना दिया। राज्य सचिवालय मंत्रालय के नजदीक लगी महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास धरना स्थल पर सबसे पहले अजित पवार पहुंचे।
मालूम हो कि ईडी ने महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री 62 वर्षीय नवाब मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले की जांच के सिलसिले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद मलिक को मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली एक विशेष अदालत के समक्ष पेश किया गया।
सुनवाई के बाद कोर्ट ने मलिक को तीन मार्च तक के लिए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में भेज दिया। एजेंसी का कहना है कि यह जांच, भगौड़े गैंगस्टर दाऊद इब्राहिम, उसके सहयोगियों और मुंबई अंडरवर्ल्ड की गतिविधियों से संबंधित है।