हैदराबाद एनकाउंटर पर चिदंबरम और असदुद्दीन ओवैसी ने की जांच की मांग, सीताराम येचुरी ने भी उठाये सवाल
By विनीत कुमार | Published: December 6, 2019 01:47 PM2019-12-06T13:47:24+5:302019-12-06T13:48:06+5:30
सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा कि गैर-न्यायिक हत्याएं महिलाओं के प्रति चिंता का जवाब नहीं हो सकतीं। उन्होंने साथ ही कहा कि बदला कभी न्याय नहीं हो सकता।
हैदराबाद में एक महिला पशु चिकित्सक के साथ गैंगरेप और फिर उसे जलाकर मारने के आरोपियों के पुलिस एनकाउंटर पर पी चिदंबरम ने जांच की मांग की है। झारखंड पहुंचे कांग्रेस नेता चिदंबरम ने कहा कि एक जिम्मेदार व्यक्ति के तौर पर वे यही कहना चाहते हैं कि हैदराबाद में जो भी हुआ उसकी जांच की जानी चाहिए।
वहीं, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी इस मामले पर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार हर मुठभेड़ की जांच की जानी चाहिए।
चिदंबरम ने रांची में पत्रकारों से कहा, 'मैं दिल्ली से रांची की फ्लाइट में था और हैदराबाद में उसी दौरान कुछ हुआ। इसके बारे में मुझे बहुत नहीं पता जितना आप लोग जानते हैं। मेरा हालांकि कहना है कि हैदराबाद में जो भी हुआ उसकी जांच होनी चाहिए। यह सामने आना चाहिए कि आरोपी क्या वाकई भागने की कोशिश कर रहे थे और या फिर ये कुछ और था।'
चिदंबरम झारखंड में जारी विधान सभा चुनाव के मद्देनजर रांची पहुंचे हैं। उन्होंने साथ ही कहा, 'हमने हरियाणा में भाजपा को कमजोर किया, महाराष्ट्र में उसे सत्ता में आने से रोक दिया और लोगों से झारखंड में भाजपा को हराने की अपील करते हैं।'
सीताराम येचुरी ने ट्वीट कर कहा- 'ये न्याय नहीं'
सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने कहा, 'गैर-न्यायिक हत्याएं महिलाओं के प्रति हमारी चिंता का जवाब नहीं हो सकतीं।' उन्होंने कहा कि बदला कभी न्याय नहीं हो सकता। इसके साथ ही येचुरी ने सवाल उठाया कि आखिर 2012 में दिल्ली में हुए निर्भया गैंगरेप कांड के बाद लागू हुए कड़े कानून को लागू क्यों नहीं किया जा सका है।
How we must secure the lives and dignity of each of our citizens, must be what civilised societies are about. Justice can never be retribution. Why is the tough law put in place on the safety of women after the 2012 Delhi crime not being implemented properly? https://t.co/i95Ia0SwQc
— Sitaram Yechury (@SitaramYechury) December 6, 2019
दूसरी ओर बीजेपी नेता और सांसद मेनका गांधी ने भी कहा है कि जो भी हुआ है वह बहुत भयानक हुआ है। मेनका गांधी ने साथ ही कहा कि आप केवल इसलिए लोगों को नहीं मार सकते कि आप ऐसा करना चाहते हैं। मेनका गांधी ने साथ ही कहा कि अगर कानून की प्रक्रिया से पहले ही आप किसी को मार डालते हैं तो फिर कोर्ट, कानून और पुलिस का क्या मतलब रह जाता है।