निसर्ग तूफान ने दी अब दस्तक, महाराष्ट्र और गुजरात में अलर्ट, जानिए कैसे रखे जाते हैं इन तूफानों के नाम

By विनीत कुमार | Published: June 2, 2020 12:47 PM2020-06-02T12:47:06+5:302020-06-02T13:03:22+5:30

भारत एक ओर कोरोना महामारी से जूझ रहा है तो वहीं, चक्रवाती तूफान भी उसकी मुश्किल बढ़ा रहे हैं। भारत के लिए अब नई चिंता निसर्ग तूफान को लेकर है जो महाराष्ट्र और गुजरात की ओर बढ़ रहा है।

How cyclones are named and What is Nisarga and how its cyclones named know all about | निसर्ग तूफान ने दी अब दस्तक, महाराष्ट्र और गुजरात में अलर्ट, जानिए कैसे रखे जाते हैं इन तूफानों के नाम

महाराष्ट्र और गुजरात में निसर्ग तूफान का खतरा (फाइल फोटो)

Highlightsमहाराष्ट्र और गुजरात पर चक्रवाती तूफान निसर्ग का मंडरा रहा है खतरा8 देशों के दिए नाम से तय होते हैं आने वाले चक्रवाती तूफानों के नाम, 2004 से जारी है ये क्रम

कोरोना संकट के बीच भारत प्राकृतिक आपदाओं से भी जूझ रहा है। हाल में आए अम्फान चक्रवाती तूफान ने पश्चिम बंगाल में खूब तबाही मचाई थी। ओडिशा भी बंगाल की खाड़ी में उठे इस तूफान से खासा प्रभावित हुआ था। भारत अभी इससे संभलने की कोशिश कर ही रहा है कि पश्चिमी तट पर एक दूसरे चक्रवाती तूफान ने दस्तक दे दी है। 

अरब सागर में बन रहे दबाव के क्षेत्र के बाद महाराष्ट्र और गुजरात अलर्ट पर हैं। इस चक्रवाती तूफान को 'निसर्ग' नाम दिया गया है। भारतीय और कुछ अन्य एशियाई देशों के समुद्री तटों पर चक्रवाती तूफान का खतरा नया नहीं है। एक नियमित अंतराल पर ये आते रहते हैं। वैसे क्या आप जानते हैं कि इन तूफानों का नाम कैसे रखा जाता है और क्यों रखा जाता है। इसके पीछे की वजह भी दिलचस्प है, जानिए..

कैसे दिये जाते हैं तूफान के नाम

साल 1953 से अमेरिका के मायामी स्थित नेशनल हरीकेन सेंटर और वर्ल्ड मेटीरियोलॉजिकल ऑर्गनाइज़ेशन (डब्लूएमओ) की अगुवाई वाला एक पैनल तूफानों और उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नाम रखता था। डब्लूएमओ संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी है। हालांकि पहले उत्तरी हिंद महासागर में उठने वाले चक्रवातों का कोई नाम नहीं रखा जाता था। 

अरब सागर और बंगाल की खाड़ी में आने वाले समुद्री तूफानों के नाम रखने का सिलसिला करीब 16 साल पहले साल 2004 में शुरू हुआ। इसके लिए एक सूची बनाई गई। इसमें आठ देश हैं। आठ देशों को आठ नाम देने होते हैं। जिस देश का नंबर आता है तो उस देश की सूची में दिए गए नाम के आधार पर उस तूफान का नामकरण किया जाता है। 

अम्फान था आखिरी नाम

तय शर्तों के अनुसार 8 देशों ने तब 2004 में 8-8 नाम दिए और इस तरह कुल 64 नाम हुए। नाम देने वाले देशों में बांग्लादेश, भारत, मालदीव, म्यांमार, ओमान, पाकिस्तान, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं। हर देश ने आठ नाम दिए हैं। इस तरह कुल 64 नाम तय किए गए हैं। अम्फान नाम थाईलैंड ने दिया था। यह 2004 में दिए गए 64 तूफानों के नामों की सूची में आखिरी नाम है।

निसर्ग तूफान का नाम कैसे पड़ा

अम्फान के साथ पुरानी लिस्ट खत्म हो गई थी। इसके बाद मौसम विभाग ने अप्रैल 2020 में नए नामों की लिस्ट जारी की। इसमें निसर्ग, अर्नब, आग, व्योम, तेज, गति जैसे 160 नाम शामिल हैं। वेदर डॉट कॉम के अनुसार निसर्ग नाम बांग्लादेश की ओर से दिया गया है। नए नामों की लिस्ट से ये पहला नाम है जो उत्तरी हिंद महासागर में आने वाले चक्रवाती तूफान के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।

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