पुलवामा आतंकी हमलाः सुरक्षाबलों ने तीसरे आतंकी का शव बरामद किया, ऑपरेशन खत्म
By आदित्य द्विवेदी | Updated: January 1, 2018 14:56 IST2018-01-01T12:49:50+5:302018-01-01T14:56:29+5:30
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार सुबह आतंकियों ने केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के ट्रेनिंग कैंप पर हमला किया था जिसमें पांच सुरक्षाकर्मी शहीद हो गए थे।

पुलवामा आतंकी हमलाः सुरक्षाबलों ने तीसरे आतंकी का शव बरामद किया, ऑपरेशन खत्म
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में लैथापोरा सीआरपीएफ ट्रेनिंग कैंप में आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में पांच सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। इस मुठभेड़ में रविवार को दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है। सोमवार सुबह से सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और तीसरे आतंकी का शव भी बरामद कर लिया है। इसी के साथ ऑपरेशन खत्म हो गया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कायराना हमला था। हमें अपने जवानों पर गर्व है। उनकी शहादत को जाया नहीं जाने दिया जाएगा।
Cowardly attack by terrorists. We are proud of our brave jawans, their sacrifice won't go in vain. The entire nation stands with their families: Home Minister Rajnath Singh on #Pulwama terror attack pic.twitter.com/wbGiYsynyQ
— ANI (@ANI) January 1, 2018
सीपीआरएफ ट्रेनिंग कैंप की चार मंजिला इमारत में आतंकियों ने रात 2:10 बजे हमला किया था। पुलवामा के एसपी वैद के मुताबिक पहले एक जवान के शहीद होने और घायल तीन जवानों की हालत स्थिर होने की जानकारी थी, लेकिन बाद में 5 जवानों के शहीद होने की सूचना मिली।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता राजेश यादव ने बताया कि दो आतंकियों की पहचान द्रूबगाम (पुलवामा) के मंजूर अहमद बाबा और नजीमपुरा (त्राल) के फरदीन अहमद खानडे के तौर पर हुई है। खानडे एक पुलिसकर्मी का बेटा है। तीसरे आतंकी का शव देर रात तक नहीं मिल पाया।
Militancy has not ended, our jawans are continuing to sacrifice their lives; please do something. The world has not seen a country worse than Pakistan: Anees, Son of late CRPF jawan Tufail Ahmad pic.twitter.com/ej07semqLl
— ANI (@ANI) January 1, 2018
शहीद जवानों में हमीरपुर (हिमाचल प्रदेश) से निरीक्षक कुलदीप राय, राजौरी (जम्मू कश्मीर) से हेड कांस्टेबल तौफील अहमद, बडगाम (जम्मू कश्मीर) में चांदीपुरा से कांस्टेबल शरीफुद्दीन गनी, चुरु (राजस्थान) के कांस्टेबल राजेंद्र नैन और सुंदरगढ़ (ओड़िशा) के कांस्टेबल पीके पांडा हैं। घायल जवानों में कांस्टेबल नरेंद्र कुमार, मलाम समाधान और माला राम हैं।
खास बात ये है कि इसी बिल्डिंग में सीआरपीएफ सेंटर का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक भी है। उसमें सीआरपीएफ का कंट्रोल रूम भी है। इतना ही नहीं कैंप 185 बटालियन का मुख्यालय भी है और जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस कैंप पर फिदायीन हमले की चेतावनी दी थी, लेकिन उस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। हाल ही में सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए जैश कमांडर नूर त्राली को मार गिराया था। इस हमले को उसी के बदले के रूप में देखा जा रहा है।