Holi 2024 Special : होली त्योहार को लेकर यूपी सरकार 22 मार्च से 1 अप्रैल तक चलाएगी विशेष बसें, जानिए विवरण
By रुस्तम राणा | Updated: March 15, 2024 16:26 IST2024-03-15T16:25:16+5:302024-03-15T16:26:25+5:30
यूपी परिवहन विभाग ने बस परिचालन और यात्रा भीड़ की संख्या में वृद्धि के कारण बढ़े हुए कार्यप्रवाह को प्रबंधित करने के लिए अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां 10 दिनों के लिए रद्द कर दी हैं।

Holi 2024 Special : होली त्योहार को लेकर यूपी सरकार 22 मार्च से 1 अप्रैल तक चलाएगी विशेष बसें, जानिए विवरण
Holi Special 2024: देशभर में होली का त्योहार बड़ी धूमधाम के साथ मनाया जाता है। लोग अपनों के साथ इस त्योहार को मनाते हैं। इसी के मद्देनजर होली और गुड फ्राइडे के कारण यात्रियों को प्रबंधित करने के लिए, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम 22 मार्च से 1 अप्रैल तक विशेष बसें चलाएगी। होली के कारण यात्रा में प्रत्याशित वृद्धि से निपटने के लिए यह निर्णय लिया गया है। बता दें कि होली 25 मार्च को है और गुड फ्राइडे 29 मार्च को है। इसके बाद वीकेंड है।
विभाग ने बस परिचालन और यात्रा भीड़ की संख्या में वृद्धि के कारण बढ़े हुए कार्यप्रवाह को प्रबंधित करने के लिए अपने अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां 10 दिनों के लिए रद्द कर दी हैं। कुशल सेवा वितरण के लिए परिवहन निगम अपने ड्राइवरों और कंडक्टरों को प्रोत्साहन भत्ते प्रदान करेगा। परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि प्रोत्साहन अवधि के दौरान, यात्रियों को दिल्ली से राज्य के पूर्वी हिस्सों की ओर ले जाने के लिए बढ़ी हुई संख्या में बसें संचालित की जाएंगी, ताकि यात्री समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकें।
लखनऊ, कानपुर में यातायात प्रबंधन के विशेष इंतजाम
इस अवधि के दौरान परिवहन सेवाओं में न्यूनतम देरी सुनिश्चित करने के लिए लखनऊ और कानपुर में विशेष यातायात प्रबंधन भी किया जाएगा। सिंह ने कहा कि इस अवधि के दौरान राज्य के पूर्वी क्षेत्र में अतिरिक्त सेवाएं होंगी, यदि शुरुआती बिंदु से गाजियाबाद, दिल्ली और पश्चिमी क्षेत्र के अन्य स्थानों के लिए यात्री भार 60 प्रतिशत से अधिक होगा। योजना अवधि में परिवहन निगम की सभी बसें निरन्तर संचालित रहेंगी।
उन्होंने कहा कि बसों एवं वाहनों के रख-रखाव के लिए प्रत्येक डिपो में मुख्यालय एवं क्षेत्रीय स्तर से अतिरिक्त असेम्बली एवं स्पेयर पार्ट्स उपलब्ध कराये जाने चाहिए। परिवहन व्यवस्था की निगरानी गाजियाबाद, लखनऊ और कानपुर के क्षेत्रीय प्रबंधक करेंगे। कठिनाइयों से निपटने और अतिरिक्त बसों की मांग का प्रबंधन करने के लिए आरएम एक-दूसरे के साथ समन्वय करेंगे। यात्रियों की संख्या के आधार पर अतिरिक्त बसें उपलब्ध कराई जाएंगी।