लाइव न्यूज़ :

हिज्ब के संस्थापक आतंकी इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में की गई हत्या, भारतीय सुरक्षाधिकारियों में खुशी का माहौल

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: February 21, 2023 12:18 IST

हिज्बुल मुजाहिदीन के संस्थापक सदस्यों में से एक आतंकी कमांडर इम्तियाज आलम को पाकिसतान के रावलपिंडी में मौत के घाट उतार दिया गया। भारत सरकार ने पाकिस्तान को कई बार जिन आतंकियों की सूची सौंपी है उनमें हर बार सूची में इम्तियाज आलम का नाम भी शामिल था।

Open in App
ठळक मुद्देआतंकी कमांडर इम्तियाज आलम की पाकिस्तान में की गई हत्याभारतीय सुरक्षाधिकारियों में खुशी का माहौलकश्मीर में कई आतंकी हमले के लिए जिम्मेदार था इम्तियाज आलम

जम्मू: हिज्बुल मुजाहिदीन के संस्थापक सदस्यों में से एक आतंकी कमांडर इम्तियाज आलम को पाकिसतान के रावलपिंडी में मौत के घाट उतार दिए जाने की खबर से उन भारतीय सुरक्षाधिकारियों में खुशी का माहौल है जो कश्मीर में पिछले 33 सालों से पाक परस्त आतंकवाद से जूझ रहे हैं। अब उनकी दुआ है कि वे तीन मुख्य आतंकी कमांडर भी या तो मारे जाएं या फिर उनके हवाले कर दिए जाएं जिन्हें वे कश्मीर में फैले आतंकवाद के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार मानते हैं।

ये तीन कमांडर हैं - जैश-ए-मुहम्मद का सर्वोसर्वा मौलाना मसूद अजहर, लश्कर-ए- तैयबा को चलाने वाला हाफीज मुहम्मद सईद और हिज्बुल मुजाहिदीन का सुप्रीम कमांडर सैयद सलाहुद्दीन। इन तीनों के बारे में एक चौंकाने वाला तथ्य ये है कि जम्मू कश्मीर पुलिस का यह मानना है कि अगर तीनों को पाकिस्तान भारत सरकार को सौंप देती है तो कश्मीर में आंतकवाद की कमर पूरी तरह से  टूट जाएगी।

भारत सरकार ने पाकिस्तान को कई बार जिन आतंकियों की सूची सौंपी है उनमें हर बार सूची में ये तीन नाम भी शामिल किए जाते रहे हैं। फिलहाल कश्मीर पुलिस को भी इंतजार है कि वह दिन अवश्य आएगा जिस दिन पाकिस्तान इन तीनों को भारत के हवाले करेगा जो सीधे और अप्रत्यक्ष रूप से कश्मीर में फैले आतंक के लिए जिम्मेदार हैं या फिर खुद पाकिस्तान इनको मार डालेगा।

यह बात अलग है कि लश्कर-ए-तैयबा का प्रमुख हाफीज मुहम्मद सईद कभी कश्मीर में नहीं आया लेकिन वह कश्मीर में फैले आतंक के लिए जिम्मेदार इसलिए माना जाता रहा है क्योंकि कश्मीर पुलिस के मुताबिक, "कश्मीर में उसके गुट द्वारा की जाने वाली घटनाओं के लिए हम उसके मुखिया को ही जिम्मेदार मानते हैं।"

लेकिन जैश-ए- मुहम्मद का मौलाना मसूद अजहर तथा हिज्बुल मुजाहिदीन का सैयद सलाहुद्दीन अवश्य कश्मीर में सीधे आतंकी घटनाओं के लिए जिम्मेदार माने जाते हैं। इनमें से सैयद सलाहुद्दीन तो कश्मीर का नागरिक भी है जिसने 1987 के विवादास्पद विधानसभा चुनावों में हिस्सा भी लिया था और कथित चुनावी धांधली के विरोध में उसने बंदूक उठा ली थी। सैयद सलाहुद्दीन खुद ही हिज्बुल मुजाहिदीन का सुप्रीम कमांडर बन बैठा था जब मास्टर अहसान डार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। सुप्रीम कमांडर बनने के  उपरांत वह पाक कब्जे वाले कश्मीर में चला गया था।

इन तीनों कमांडरों के विरूद्ध कश्मीर घाटी में कई मामले दर्ज हैं। इन आतंकी नेताओं के खिलाफ कश्मीर में जो मामले दर्ज हैं उनमें सैयद सलाहुद्दीन के खिलाफ जम्मू कश्मीर के मंत्री गुलाम हसन बट के कत्ल का मामला भी है जिनकी एक बारूदी सुरंग विस्फोट में मौत हो गई थी। जैश-ए- मुहम्मद के सर्वोसर्वा मौलाना मसूद अजहर के खिलाफ 1 अक्तूबर 2001 को कश्मीर विधानसभा के बाहर हुए मानव बम तथा आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी का मामला पुलिस फाइलों में दर्ज है जिसमें 46 लोग मारे गए थे।

टॅग्स :जम्मू कश्मीरHizbul Mujahideenआतंकवादीभारतीय सेनापाकिस्तान
Open in App

संबंधित खबरें

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

क्रिकेटवैभव सूर्यवंशी की टीम बिहार को हैदराबाद ने 7 विकेट से हराया, कप्तान सुयश प्रभुदेसाई ने खेली 28 गेंदों में 51 रन की पारी, जम्मू-कश्मीर को 7 विकेट से करारी शिकस्त

विश्वपाकिस्तान: सिंध प्रांत में स्कूली छात्राओं पर धर्मांतरण का दबाव बनाने का आरोप, जांच शुरू

बॉलीवुड चुस्कीDhurandhar: फिल्म में दानिश पंडोर निभा रहे हैं उज़ैर बलूच का किरदार, कराची का खूंखार गैंगस्टर जो कटे हुए सिरों से खेलता था फुटबॉल, देखें उसकी हैवानियत

विश्वपाकिस्तान में 1,817 हिंदू मंदिरों और सिख गुरुद्वारों में से सिर्फ़ 37 ही चालू, चिंताजनक आंकड़ें सामने आए

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत

भारतउत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोगः 15 विषय और 7466 पद, दिसंबर 2025 और जनवरी 2026 में सहायक अध्यापक परीक्षा, देखिए डेटशीट