Hindi Imposition Row: हिंदी विवाद पर अन्नामलाई ने सुंदर पिचाई का वीडियो किया शेयर, सीएम स्टालिन पर कसा तंज
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: March 13, 2025 12:53 IST2025-03-13T12:43:33+5:302025-03-13T12:53:18+5:30
Hindi Imposition Row:DMK ने NEP की तीन-भाषा नीति पर विरोध जताया है

Hindi Imposition Row: हिंदी विवाद पर अन्नामलाई ने सुंदर पिचाई का वीडियो किया शेयर, सीएम स्टालिन पर कसा तंज
Hindi Imposition Row: तमिलनाडु में तीन भाषा नीति के खिलाफ विवाद बढ़ता ही जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में हिंदी, अंग्रेजी और तमिल के विरोध के साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति विवाद और गहरा गया है। तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन इस मुद्दे पर विपक्ष के विरोध का नेतृत्व कर रहे हैं और उन्होंने एनईपी को 'भगवा नीति' तक कह दिया है। अब, तमिलनाडु बीजेपी अध्यक्ष के अन्नामलाई ने मदुरै से ताल्लुक रखने वाले गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई का एक वीडियो शेयर करते हुए सत्तारूढ़ डीएमके मंत्री पर पलटवार किया है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने बुधवार को आरोप लगाया कि यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति नहीं बल्कि 'भगवा नीति' है जिसका उद्देश्य राष्ट्र का नहीं बल्कि हिंदी का विकास करना है।
Learnt about DMK Minister Thiru @ptrmadurai avl’s response to my question yesterday on the hypocrisy of DMK Ministers allowing their children/ grandchildren to learn three languages in school while compelling Govt school students to learn only two languages.
— K.Annamalai (@annamalai_k) March 13, 2025
Thiru PTR Palanivel… pic.twitter.com/X5BFhGghrw
स्टालिन ने आरोप लगाया कि हम एनईपी का विरोध करते हैं क्योंकि यह तमिलनाडु की शिक्षा वृद्धि को पूरी तरह से नष्ट कर देगा। एनईपी आरक्षण को स्वीकार नहीं करता है जो सामाजिक न्याय है। यह नीति एससी, एसटी और अन्य पिछड़े वर्गों को सहायता राशि से वंचित करती है।
स्टालिन ने आगे कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मेरी एक अपील है! हिंदी के बजाय भारत को विकसित करने का प्रयास करें। हजारों करोड़ खर्च करने पर भी संस्कृत का विकास नहीं हो सकता। आप एक ऐसी भाषा को विकसित करने के लिए करोड़ों खर्च करेंगे जो लोगों द्वारा नहीं बोली जाती है। क्या आप हमारी तमिल भाषा के साथ विश्वासघात करेंगे जिसे कई देशों में मान्यता प्राप्त है और जिसे लोग बोलते हैं?"
भाजपा ने डीएमके के दावे का खंडन किया
एक्स पर बात करते हुए, भाजपा तमिलनाडु प्रमुख के अन्नामलाई ने कहा कि डीएमके मंत्री के बेटे ने दो-भाषा नीति के तहत फ्रेंच और अंग्रेजी का अध्ययन किया है, न कि तमिल और अंग्रेजी/फ्रेंच का।
तमिलनाडु के मंत्री डॉ. पी. थियागा राजन पर पलटवार करते हुए, अन्नामलाई ने कहा, "कल डीएमके मंत्री थिरु थियागा राजन के जवाब के बारे में पता चला, जिसमें डीएमके मंत्रियों द्वारा अपने बच्चों/पोते-पोतियों को स्कूल में तीन भाषाएँ सीखने की अनुमति देने और सरकारी स्कूल के छात्रों को केवल दो भाषाएँ सीखने के लिए मजबूर करने के पाखंड पर सवाल उठाया गया था। थिरु पीटीआर पलानीवेल त्यागराजन ने जवाब दिया कि उनके बेटों को उनकी स्कूली शिक्षा के दौरान दो-भाषा का फॉर्मूला दिया गया था, लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि वे दो भाषाएँ कौन-सी थीं। वह दो-भाषा का फॉर्मूला था - पहली भाषा - अंग्रेजी, दूसरी भाषा - फ्रेंच/स्पेनिश। क्या यह तमिलनाडु सरकार का दो-भाषा फॉर्मूला है?"
Google के CEO सुंदर पिचाई के एक पुराने इंटरव्यू वीडियो को शेयर करते हुए, भाजपा नेता ने कहा, "हम केवल यह पूछ रहे हैं कि तमिलनाडु सरकार हमारे सरकारी स्कूल के छात्रों को NEP 2020 में प्रस्तावित तमिल और अंग्रेजी के साथ-साथ तीसरी भाषा के रूप में एक भारतीय भाषा और यहां तक कि एक अंतरराष्ट्रीय भाषा को माध्यमिक स्तर पर सीखने से क्यों रोक रही है। जबकि हम उनके दोनों बेटों को उनके संबंधित करियर में अधिक से अधिक ऊंचाइयों को छूने के लिए शुभकामनाएं देते हैं, हम यह भी चाहते हैं कि हमारे सरकारी स्कूल के छात्रों को कई भाषाएं सीखने का समान अवसर मिले। इसके अलावा, Google के CEO थिरु सुंदर पिचाई ने अपने स्कूल में हिंदी सहित तीन भाषाओं का अध्ययन किया, जो थियागा राजन के दावे के विपरीत है।"
DMK ने NEP की तीन-भाषा नीति पर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि नरेंद्र मोदी सरकार दक्षिणी राज्यों पर हिंदी थोपने की कोशिश कर रही है, इस आरोप को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने खारिज कर दिया है।