हिमाचल में मची तबाहीः ₹4,000 करोड़ का नुकसान, सीएम ने केंद्र से ₹2,000 करोड़ की मांगी मदद, अबतक 108 लोगों की मौत
By अनिल शर्मा | Published: July 15, 2023 01:37 PM2023-07-15T13:37:22+5:302023-07-15T14:10:24+5:30
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य में बाढ़ पीड़ितों को दिया जाने वाला मुआवजा बढ़ाने के लिए राहत नियमावली में बदलाव किया जाएगा। पिछले हफ्ते भारी से बहुत भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से यहां की सड़कें अवरुद्ध हो गईं तथा बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है।
शिमलाः हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने भीषण बारिश से मची तबाही का दंश झेल रहे राज्य के लिए केंद्र से 2,000 करोड़ रुपये की अंतरिम सहायता मांगी है। गौरतलब है कि मनाली सहित प्रदेश के कई जिलों में अभी भी बारिश हो रही है। बाढ़ से बड़े पैमाने पर भूस्खलन हुआ है जिससे काफी नुकसान हुआ है।
सीएम ने केंद्र से 2,000 करोड़ रुपये की अंतिम राहत देने का अनुरोध किया है
मुख्यमंत्री सुक्खू ने कहा कि राज्य में बाढ़ पीड़ितों को दिया जाने वाला मुआवजा बढ़ाने के लिए राहत नियमावली में बदलाव किया जाएगा। पिछले हफ्ते भारी से बहुत भारी बारिश के कारण अचानक आई बाढ़ से यहां की सड़कें अवरुद्ध हो गईं तथा बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है। सुक्खू ने शुक्रवार को कहा, मैंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात की है और उनसे 2,000 करोड़ रुपये की अंतिम राहत देने का अनुरोध किया है।
#WATCHहिमाचल प्रदेश: मनाली में हल्की बारिश अभी भी जारी है। वहां अभी आई बाढ़ से बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। वीडियो आलू ग्राउंड से है। pic.twitter.com/JSM4S7WWZ8
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 15, 2023
राज्य को 4,000 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
अत्यधिक बारिश से राज्य में जान माल का काफी नुकसान हुआ है। राज्य को 4,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और यह आंकड़ा बढ़ सकता है। सुक्खू ने घोषणा की थी कि प्रत्येक प्रभावित परिवार को एक लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि मुआवजा राशि बढ़ाने के लिए राहत नियमावली में बदलाव किया जाएगा। राहत नियमावली के अनुसार, अभी आपदा से पीड़ित प्रत्येक व्यक्ति को 5,000 रुपये का मुआवजा दिया जाता है।
67,000 पर्यटकों को बचाया गया है
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने तीन सूत्री रणनीति-बचाव, निकासी और बहाली बनाई है। लाहौल और स्पीति में हिमपात से प्रभावित चंद्रताल में फंसे 250 पर्यटकों समेत करीब 67,000 पर्यटकों को बचाया गया है और अब ध्यान बुनियादी ढांचे की मरम्मत पर केंद्रित है।
राज्य सरकार को अभी तक वित्तीय मदद नहीं मिली है
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने बताया कि कुछ पर्यटक कसोल और तीर्थन घाटी में फंसे हैं। उन्हें भोजन तथा अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध कराया गया है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि केंद्र से मिले 180 करोड़ रुपये मानसून के दौरान राज्य को हर साल दी जाने वाली सहायता राशि है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार को अभी तक वित्तीय मदद नहीं मिली है।
108 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12 अन्य लापता
हिमाचल प्रदेश में 26 जून को मानसून आने के बाद से 108 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 12 अन्य लापता हैं। राज्य में 667 मकान पूरी तरह ध्वस्त हो गए हैं। वहीं, 1,264 मकानों को आंशिक रूप से नुकसान पहुंचा है। हिमाचल में पिछले 24 घंटे में 17 लोगों की जान गई है, जिसमें मंडी और शिमला जिलों में सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए छह लोग भी शामिल हैं।
भाषा इनपुट के साथ